कुंभ मेला पुलिस के बाद अब आरपीएफ ने भी अपना कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है। कंट्रोल रूम मुरादाबाद और दिल्ली के कंट्रोल रूम से जुड़ा रहेगा। कुंभ मेला में ड्यूटी में आरपीएफ के 17 सौ जवान अलग-अलग मंडलों से आएंगे। इनमें दो कंपनी आरपीएफ आ चुकी है।
कुंभ मेले को लेकर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने भी तैयारी शुरू कर दी है। आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन परिसर में अपने थाने के बाहर कंट्रोल रूम स्थापित किया है। इसमें 24 घंटे कर्मी तैनात रहेंगे। साथ ही कुंभ मेले से जुड़ी जानकारी अपडेट की जाएंगी।
ज्वालापुर, हरिद्वार, योग नगरी ऋषिकेश, ऋषिकेश रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के लिए 1700 आरपीएफ कर्मियों की तैनाती होगी। आरपीएफ प्रभारी डीएस चौहान ने बताया कि कुंभ मेले के लिए अलग-अलग स्टेशन पर आरपीएफ तैनात की जाएगी। आरपीएफ के जवानों की दो कंपनियां हरिद्वार के लिए मिल चुके हैं, जबकि 10 कंपनियां और आएंगी।
तीन अप्रैल को धर्मध्वजा और पांच अप्रैल को पेशवाई
कनखल पहाड़ी बाजार स्थित श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन अखाड़ा की तीन अप्रैल को धर्म ध्वजा स्थापित होगी। पांच अप्रैल को भव्य पेशवाई ग्राम बिशनपुर कुंडी से निकाली जाएगी।
अखाड़ा के मुखिया महंत भगतराम ने कहा कि तैयारियों को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्रगिरि से चर्चा की। अखाड़ा के मुखिया महंत भगतराम ने बताया कि पेशवाई ग्राम बिशनपुर कुंडी से निकाली जाएगी। विभिन्न मार्गों से होते हुए पहाड़ी बाजार स्थित अखाड़ा की छावनी में पहुंचेगी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्रगिरि ने कहा कि कुंभ मेला दुनिया भर में किसी भी धार्मिक प्रयोजन के लिए भक्तों का सबसे बड़ा संग्रहण है। महंत जगतार मुनि ने कहा कि संत महापुरुषों के तपोबल से पूरी दुनिया से श्रद्धालु आकर्षित होकर कुंभ मेले में आते हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार को यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए।