पिथौरागढ़ के लंदन फोर्ट में इन दिनों 20 दिवसीय ऐपण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कुमाऊँ की लोक कला ऐपण को संरक्षित करने के उद्देश्य से थियेटर फोर मास सोसाइटी ने इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है। ऐपण के प्रचार प्रसार और इसे स्वरोजगार से जोड़ने के लिए आयोजित इस कार्यशाला में महिलाओं और बालिकाओं के साथ ही छोटी उम्र के बच्चे भी प्रतिभाग कर रहे है। आयोजको का कहना है कि परंपरागत और कलात्मक रूप से ऐपण का काफी महत्व है।
कार्यशाला के जरिये जहां लोगों को अपनी संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा साथ ही इसके जरिये स्वरोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। बीते कुछ सालों में पहाड़ की लड़कियों ने ऐपण कला को रोजगार का माध्यम भी बनाया है। जिसे देखते हुए इस तरह की कार्यशालाएं खासी कारगर साबित हो सकती हैं।