रुद्रप्रयाग। बाबा केदार के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु स्मृति के रूप में शिवलिंग को अपने साथ घर ले जा सकेंगे। धाम में पुनर्निर्माण कार्य कर रही वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से केदारपुरी के पत्थरों से 10 हजार शिवलिंग बनाए गए हैं। इस अभियान में स्थानीय युवाओं को रोजगार भी दिया जाएगा जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो सकेगी।
वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी केदारपुरी के पत्थरों से तीन माह से शिवलिंग बनाने में जुटी है। मंदाकिनी व सरस्वती नदी के किनारों के साथ ही केदारपुरी के अलग-अलग हिस्सों से छोटे गोलनुमा पत्थरों को गंगाजल से साफ करने के बाद उन्हें तराशकर छोटे-छोटे शिवलिंग तैयार किए जा रहे हैं।
काले व सफेद रंग के शिवलिंग के बीच में भगवान आशुतोष का त्रिशूल उकेरा गया है। वर्ष 2021 के केदारनाथ के कपाटोद्घाटन से पूर्व कंपनी की ओर से एक लाख शिवलिंग तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। यात्राकाल में केदारनाथ में स्टॉल लगाकर न्यूनतम मूल्य में देश-विदेश के श्रद्धालुओं को ये शिवलिंग उपलब्ध कराए जाएंगे।
स्थानीय युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जाएगा
कंपनी की ओर से आगामी यात्रा से इस कार्य को पीएम मोदी के लोकल फॉर वोकल अभियान से जोड़कर केदारनाथ में स्थानीय युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। वहीं इस वर्ष कोरोना काल के बीच प्रसाद बनाने की जिम्मेदारी कालीमठ घाटी के महिला स्वयं सहायता समूह को दी गई है।
केदारनाथ में छोटे-छोटे पत्थरों को तराशकर शिवलिंग तैयार किए जा रहे हैं। अभी तक दस हजार शिवलिंग बन चुके हैं। शिवलिंग बनाने का कार्य स्थानीय युवाओं को सौंपा जाएगा।
– मनोज सेमवाल, टीम प्रभारी, वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी केदारनाथ।