केदारनाथ धाम में बढ़ी भीड़… रोजाना 22 घंटे खुल रहे मंदिर के कपाट… अब तक पहुंचे आठ लाख से ज्‍यादा भक्‍त

0
73

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बीते 15 दिन से तो औसतन 21 हजार तीर्थयात्री प्रतिदिन बाबा के दर्शन को पहुंच रहे हैं। इसी को देखते हुए श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाकर 22 घंटे कर दिया है।

जबकि, सामान्य दिनों में सिर्फ 12 घंटे ही मंदिर दर्शन के लिए खुला रहता है। इन दिनों मंदिर के कपाट दोपहर बाद और रात को सिर्फ एक-एक घंटे के लिए बंद किए जा रहे हैं। इस अवधि में बाबा को भोग लगाने के साथ ही शृंगार व मंदिर की सफाई की जाती है।

अब तक आठ लाख दो हजार 229 तीर्थयात्री कर चुके दर्शन
धाम के कपाट गत 25 अप्रैल को खोले गए थे, तब से अब तक आठ लाख दो हजार 229 तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। यहां तक कि आए दिन वर्षा व बर्फबारी के बावजूद तीर्थ यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई। इसी को देखते हुए मंदिर समिति ने दर्शन का समय बढ़ाने का निर्णय लिया, ताकि तीर्थयात्री समय से दर्शन कर वापस लौट सकें। वर्तमान में दोपहर बाद तीन से चार बजे और रात में दस से 11 बजे के बीच एक-एक घंटे के लिए ही मंदिर के कपाट बंद किए जा रहे हैं।

हालांकि, इस अवधि में भी गर्भगृह में विशेष पूजाएं चलती रहती हैं, लेकिन मंदिर का मुख्य द्वार बंद रखा जाता है। बाबा का शृंगार और उन्हें भोग व बाल भोग लगाने के अनुष्ठान भी इसी अवधि में संपन्न होते हैं। विदित हो कि सामान्य दिनों में दर्शन के लिए मंदिर के कपाट सुबह छह बजे से दोपहर तीन बजे तक और फिर शाम पांच बजे से आठ बजे तक ही खोले जाते हैं।

हेली सेवा से पहुंच रहे प्रतिदिन 1300 तीर्थयात्री
हेली सेवा के माध्यम से लगभग 1300 तीर्थयात्री प्रतिदिन केदारनाथ दर्शन को पहुंच रहे हैं। कपाट खुलने के बाद से अब तक यह आंकड़ा 42,855 पहुंच चुका है। इस अवधि में हेली कंपनियों की ओर से 7550 शटल सेवा उपलब्ध कराई गईं।

बीते वर्षों में केदारनाथ पहुंचे तीर्थयात्री

  • वर्ष, तीर्थयात्री
  • 2023, 8,02,229 (अब तक)
  • 2022, 15,61,882
  • 2021, 2,42,712
  • 2020, 1,35,287
  • 2019, 10,00,035
  • 2018, 7,32,241

केदरनाथ पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। उम्मीद है कि इस वर्ष की केदारनाथ यात्रा मंदिर समिति के साथ ही पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।– अजेंद्र अजय, अध्यक्ष, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति

LEAVE A REPLY