उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। मैदानी इलाकों में जहां हल्के कोहरे की शुरुआत होने लगी है वहीं, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है। बुधवार को बदरीनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। वहीं, केदारनाथ और यमुनोत्री धाम की वादियां भी बर्फ से सराबोर हो गई हैं। उधर, कुमाऊं में दारमा घाटी भी बर्फ की सफेद चादर में लिपटी है।
बुधवार शाम बदरीनाथ में अचानक हुई बर्फबारी के बाद धाम में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। सुबह तक बदरीनाथ धाम में मौसम साफ था। लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और बर्फ पड़ने लगी। बर्फबारी के कारण यात्री भी ठंड से कांपने लगे। धाम में ठंड बढ़ने पर प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था करा दी है। धाम की चोटियां पहले ही बर्फ से ढक चुकी हैं। जिससे पूरे दिन शीतलहर चल रही है।
बर्फबारी के बीच ही 5800 तीर्थयात्रियों ने बदरीनाथ के दर्शन किए। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ में बुधवार को हल्की बर्फबारी हुई है और यात्रा सुचारू है। धाम में यात्रियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
कई तीर्थयात्रियों ने पहली बार नजदीक से बर्फबारी देखी तो वे ठंड की परवाह किए बिना बर्फ का आनंद उठाने कमरों से बाहर निकले। बदरीनाथ धाम में इस सीजन में 97307 यात्री दर्शन कर चुके हैं। जबकि चारों धामों में अब तक पहुंचे कुल यात्रियों की संख्या 348232 पहुंच गई है।
दोपहर बाद केदारनाथ में जमकर बर्फबारी हुई है जिससे ठंड बढ़ गई है। शाम 5 बजे ही तापमान माइनस में चला गया था। इधर, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग समेत अन्य निचले इलाकों में लगभग आधे घंटे तक रिमझिम बारिश हुई है। यहां लगभग एक इंच नई बर्फ गिरी है। वहीं भैरवनाथ मंदिर, दुग्ध गंगा व चोराबाड़ी क्षेत्र में जमकर बर्फबारी हुई है।