आखिरकार सीएम दौरे के दौरान नानकमत्ता गुरुद्वारा में नाच गाने पर उपजे विवाद की गुत्थी सुलझ गयी है,जहां गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के इस्तीफे की मांग को लेकर यूपी और उत्तराखंड से हजारों की संख्या में पहुंची सिख संगत पहुंची थी ।अकाल तख्त अमृतसर द्वारा भेजी गई तीन सदस्य कमेटी के निर्देश पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवा सिह सहित चार लोगो ने इस्तीफा दे दिया है । गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 19 डायरेक्टरों में से पांच सदस्यीय गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी का किया गया गठन।
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने उधम सिंह नगर जनपद के दौरे के दौरान 24 जुलाई शनिवार को नानकमत्ता गुरुद्वारे में दर्शन के लिये गए थे। मुख्यमंत्री के स्वागत पर स्कूली छात्राओं द्वारा गुरुद्वारे के बाहर के परिसर में नृत्य किया गया था साथ ही जिस समय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंत्रियों और विधायकों के साथ नानकमत्ता गुरुद्वारे में माथा टेकने गए थे उस समय गुरुद्वारे में गुरबाणी को थोड़ी देर के लिए बंद कर दिया गया था। जिस पर कुछ कुछ सिख संगठनों द्वारा आपत्ति जताते हुए इसे गुरुद्वारे की मर्यादा का उल्लंघन बताया गया। और वही अकाल तख्त अमृतसर द्वारा 3 सदस्य कमेटी का गठन कर पूरे मामले की जांच के लिए नानकमत्ता गुरुद्वारा भेजा गया था।
कल से हजारों की संख्या में यूपी और उत्तराखंड की सिख संगत नानकमत्ता गुरुद्वारा में डेरा डाले हुई थी तथा नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवा सिंह और कमेटी के इस्तीफे की मांग पर लड़ाई हुई थी। अमृतसर से जांच के लिए आई 3 सदस्य कमेटी के निर्देश पर नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवा सिंह सहित चार सदस्य कमेटी ने अपना इस्तीफा दे दिया है। सेवा सिंह और उनके साथी सदस्य 15 दिन के अंदर अपना पक्ष अकाल तख्त अमृतसर में जाकर रखेंगे जिसके बाद इनके ऊपर अकाल तख्त द्वारा निर्णय लिया जाएगा कि कमेटी को परमानेंट बर्खास्त करना है या दोबारा से बाहर किया जाए। तब तक के लिए नानकमत्ता गुरुद्वारा के 19 डायरेक्टरों में से पर्ची डालकर पांच डायरेक्टरों की एक कमेटी का गठन किया गया है जो नानकमत्ता गुरुद्वारा का प्रबंधन देखेंगे।