देहरादून। प्रदेश में चारधामों के कपाट खुलने का सिलसिला शुरू हो गया है। बदरीनाथ को छोड़ शेष तीनों धाम केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खोले जा चुके हैं। अभी यहां यात्रा शुरू नहीं की गई है। यहां की आर्थिक को देखते हुए प्रदेश के ही ग्रीन जोन जिलों के लोगों के लिए इस यात्रा को खोलने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि, इससे पहले केंद्र की तीन मई के बाद लॉकडाउन के संबंध में दी जाने वाली गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद यात्रा शुरू करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा।
प्रदेश में चारधाम यात्रा पर्वतीय क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी का अहम जरिया है। छह माह चलने वाली यात्रा से ही यात्रा मार्ग पर पड़ने वालों के साथ ही इनके आसपास के गावों के लोगों की गुजर बसर होती है। कपाट खुलने के बावजूद यात्रा न चल पाने के कारण इनकी आर्थिकी पूरी तरह प्रभावित हो रही है। ऐसे में सभी लोग सरकार की ओर इसे लेकर टकटकी लगाए हुए हैं। कोरोना के कारण फिलहाल केंद्र सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों में यात्रा व दर्शन पर रोक लगाई हुई है। ऐसे में प्रदेश सरकार इस पर अपने स्तर से कोई निर्णय नहीं ले सकती है। ऐसे में इस संबंध में प्रस्ताव केंद्र को भेजने पर विचार चल रहा है। हालांकि, इससे पहले केंद्र सरकार की तीन मई के बाद लॉकडाउन को लेकर जारी होने वाली गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है।
यदि इस गाइडलाइन में धार्मिक स्थलों पर रोक बरकरार रहती है तो फिर यात्रा स्थगित ही रहेगी। यदि इसमें कोई छूट मिलती है तो फिर गीन जोन जिलों में चारधाम यात्रा शुरू की जा सकती है। इस संबंध में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर का कहना है कि केंद्र की गाइडलाइन के बाद ही इस संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा।