चारधाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह दिखाई दे रहा है। आज शनिवार सुबह 8 बजे तक सोनप्रयाग से 4315 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। 1.66 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में दर्शन किए हैं। मौसम की चुनौतियों के बाद भी अब तक केदारनाथ धाम में 61 हजार से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए।
केदार घाटी में बारिश और बर्फबारी के बीच बाबा केदार के दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों को काफी उत्साह है। 3070 तीर्थयात्री हेली सेवा से केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। यमुनोत्री धाम में कपाट खुलने से अब तक 44 हजार, गंगोत्री धाम में 46 हजार और बदरीनाथ में लगभग 16 हजार से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए हैं।
20 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट
हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को खुलेंगे। हेमकुंड के लिए अब तक 16 हजार श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। जबकि चारधाम यात्रा के लिए 21 लाख से अधिक यात्री पंजीकरण कर चुके हैं
30 अप्रैल तक पंजीकरण बंद
मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए 30 अप्रैल तक पंजीकरण बंद किया गया। पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि चारधामों में दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह है। केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन कराए जा रहे हैं।
केदारनाथ हेली सेवा के लिए ऐसे करें बुकिंग
बुकिंग करने के लिए सबसे पहले आपको केदारनाथ की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद आईआरसीटीसी की वेबसाइट www.heliyatra.irctc.co.in पर अप्लाई करें। इसके बाद आपको लॉग इन आईडी बनानी होगी। जिसके बाद बुकिंग के लिए आईटी प्रोफाइल खुलेगी। यात्री को हेली ऑपरेटर कंपनी का चयन करने के बाद यात्रा की तिथि और स्लॉट टाइम भरना होगा। इसके साथ ही यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या और जानकारी देनी होगी। इस प्रक्रिया को पूरी करने के बाद पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने के बाद टिकट राशि का ऑनलाइन भुगतान कर टिकट बुक हो जाएगा।
ये हैं जरूरी बातें
रुद्रप्रयाग के गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा हेलीपैड से केदारनाथ हेली सेवा की टिकट बुकिंग कर सकते हैं।
एक ई-मेल आईडी से एक बार में अधिकतम 6 यात्रियों के टिकटों की बुकिंग ही कर सकेंगे।
समूह में यात्रा करने पर एक आईडी से अधिकतम 12 यात्रियों के टिकट बुक किए जा सकते हैं।
मौसम की खराबी के कारण उड़ान रद्द होने पर यात्रियों को पूरा किराया रिफंड मिलेगा।
24 घंटे पहले टिकट रद्द करने पर यात्रियों को किराया वापस नहीं किया जाएगा।
वहीं, 48 घंटे पहले टिकट रद्द करने पर आपके 25 प्रतिशत किराया वापस मिल जाएगा।
यात्रियों को बोर्डिंग के लिए टिकट के साथ आईडी भी दिखानी जरूरी होगी। जिसमें आप आधार कार्ड, पेन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, या वोटर आईडी कार्ड भी दिखा सकते हैं।
सात मई तक बुकिंग फुल
फिल्हाल दूसरे स्लॉट में सात मई तक की यात्रा के लिए बुकिंग बंद हैं। तीसरे स्लॉट की बुकिंग खुलने की जानकारी जल्द ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
साढ़े 11 बजे के बाद सोनप्रयाग से आगे नहीं भेजे जाएंगे श्रद्धालु
अब सोनप्रयाग से पूर्वाह्न 11.30 के बाद श्रद्धालुओं को पैदल मार्ग से केदारनाथ के लिए रवाना नहीं किया जाएगा। जबकि गौरीकुंड से दोपहर बाद एक बजे से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। केदारनाथ में हो रही बारिश और बर्फबारी को देखते हुए प्रशासन ने फिलहाल यह निर्णय लिया है।