धनतेरस पर मंगलवार को देवभूमि उत्तराखंड के बाजार ग्राहकों से गुलजार रहे। ग्राहकों ने सुबह से शाम तक जमकर खरीदारी की। किसी ने बाइक तो किसी ने कार खरीदी। बर्तन, सराफा और इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में देर शाम तक भीड़ उमड़ी रही। सोने-चांदी के जेवरों और सिक्कों की भी खूब बिक्री हुई। माना जा रहा है कि पिछले साल की तुलना में बाजारों में डेढ़ गुना अधिक धनवर्षा हुई है। त्योहार के लिए बाजार दुल्हन की तरह सजे हैं। 11.14 बजे बाद शुभ मुहूर्त शुरू हुआ, जो पूरे दिन रहा। हरिद्वार में ज्वालापुर, रानीपुर मोड़, कनखल चौक बाजार में पैर रखने तक की जगह नहीं दिखी। देर रात तक खरीदारी के लिए लोग पहुंचते रहे। स्टेशन रोड जवालापुर के सराफा बाजार में भी जमकर खरीद हुई।
धनतेरस के अवसर पर लोगों ने बर्तन, एलईडी टीवी, फ्रिज, एसी, वॉशिंग मशीन, स्मार्ट फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, फर्नीचर की खरीदारी की। शाम होते-होते इन उत्पादों के शो रूम में भारी भीड़ थी। देहरादून के पलटन बाजार, धामावाला बाजार, तहसील चौक समेत अन्य बाजारों में भी भीड़ देखने को मिली।
धनतेरस पर झाडू खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन झाडू़ खरीदने की परंपरा के चलते बांस और फूल की झाडू़ की खूब बिक्री हुई। कुमार ट्रेडर्स के संचालक राजकुमार ने बताया कि धनतेरस पर लोगों ने फूल झाड़े के साथ ही बांस वाली झाडू भी खरीदी। फूल झाडू से 120 रुपये तक बिकी वहीं बांस वाली झाडू 60 से 80 रुपये में बिक्र दोगुनी से भी अधिक झाडू़ बिकी।
धनतेरस पर वैसे तो सोने, चांदी, पीतल के बर्तन की खरीदारी की परंपरा है, लेकिन अपनों को गिफ्ट देने का चलन भी बढ़ा है। ड्राई फ्रूट्स एवं पैक रसगुल्ले व सोनपापड़ी की जबरदस्त डिमांड रही। काजू, किशमिश, खुबानी, पिस्ता, बादाम और सूखे सेब वाले हर साइज के पैकेट्स भी खूब बिके।
रोशनी के त्योहार के लिए नए-नए तरह के झालर, पाइप, लट्टू, कंडील, आदि की भी खूब बिक्री हुई। कारोबारी केशव गोयल ने बताया कि घरों में सजाव के इलेक्ट्रिक सामान की भी अच्छी बिक्री हुई। व्यापारी संजय गर्ग ने बताया कि एलईडी बल्ब, फैंसी लाइटें और झूमर की भी खूब डिमांड है।