36 घंटे निर्जला व्रत रख कुछ इसी तरह के धार्मिक गीतों के साथ व्रति महिलाओं ने अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया और सुख समृद्धि की कामना की। गुरुवार की सुबह व्रती उगते सूरज को अर्घ्य देकर ही जल और अन्न ग्रहण करेंगे।
देहरादून में सेलाकुई, रायपुर, मालदेवता, नत्थनपुर, छह नंबर पुलिया, हरबंशवाला सहित 15 घाटों पर छठ पर्व मनाने की व्यवस्था है। वहीं हरिद्वार में गंगा के दक्ष प्रजापति घाट, चौधरी चरण सिंह घाट, मुनि घाट, रविदास घाट, शहीद भगत सिंह घाट, श्रीहंस पावन घाट, अग्रसैन घाट प्रेमनगर, गोविंद घाट, सतनाम साक्षी घाट, श्रीकृष्ण घाट, विश्वकर्मा घाट, श्रीरामघाट, महर्षि कश्यप घाट, स्वामी विवेकानंद घाट, लवकुश घाट, अमरापुर घाट पर शाम को अस्तांचलगामी को सूर्य को अर्घ्य देने के लिए व्रतियों की भीड़ उमड़ी। इसके लिए गंगाघाटों पर छठ पर्व समितियों के द्वारा रोशनी का इंतजाम भी किया गया है।
इसके साथ ही सूर्य उपासना के पर्व पर हरकी पैड़ी और अन्य गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का ऐसा हुजूम उमड़ा कि नजारा देखने लायक था। महिलाओं ने पानी में खड़े रहकर पूजा अर्चना की और सूर्य को अर्घ्य देकर अपने घर परिवार की मंगल कामना की। इसके बाद व्रत वाले घरों में रातभर जागरण कर मंगल गीत गाए गए।