बारिश और बर्फबारी के चलते पिछले दो दिन से प्रभावित हेमकुंड साहिब की यात्रा आज शनिवार दोबारा सुचारू हुई। घांघरिया से 14 सौ तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुए, जबकि गोविंदघाट से 700 तीर्थयात्री घांघरिया के लिए रवाना हुए हैं।
हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन श्रद्धालुओं के उत्साह में कमी नहीं है। दूसरी तरफ हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए पंजीकरण पर लगी रोक हटा दी गई है। शुक्रवार दोपहर को पर्यटन विभाग ने ऑफलाइन और ऑनलाइन पंजीकरण खोल दिया है। खराब मौसम को देखते हुए सरकार ने 27 मई तक हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन पंजीकरण पर रोक लगाई थी।
हेमकुंड साहिब की यात्रा 20 मई से शुरू हुई थी। अब तक 63 हजार से अधिक यात्री पंजीकरण कर चुके हैं, जबकि छह हजार से अधिक ने दर्शन किए हैं। शुक्रवार को मौसम सामान्य होने के बाद हेमकुंड साहिब के तीन किलोमीटर आस्था पथ पर जमी बर्फ को हटा लिया गया है। यहां दिनभर आस्था पथ से बर्फ हटाने का काम जारी रहा जिस कारण यात्री नहीं भेजे गए। घांघरिया में 1600 और गोविंदघाट गुरुद्वारे में करीब 600 श्रद्धालु हेमकुंड साहिब जाने का इंतजार कर रहे थे।
गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि अटलाकुड़ी ग्लेशियर के समीप तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ की टीम तैनात है। हेमकुंड साहिब में प्रतिदिन दोपहर बाद मौसम खराब हो रहा है, जिससे तीर्थयात्रा में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। वहीं बदरीनाथ धाम की तीर्थ यात्रा भी सुचारू चल रही है। सुबह 8:00 बजे तक 735 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। जनपद में दोपहर बाद फिर मौसम खराब होने के आसार हैं। रुद्रनाथ की ओर से आसमान में घने बादल छाए हुए हैं।