रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा के इतिहास में पहली बार केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या चारों धाम में सबसे अधिक रही। बीते वर्षो तक हमेशा ही सबसे अधिक यात्री बदरीनाथ धाम पहुंचते रहे हैं। इस बार केदारनाथ में सर्वाधिक 242712 यात्रियों ने दर्शन किए, जो कि बदरीनाथ से 45656 अधिक हैं। बदरीनाथ धाम 1.97 लाख यात्री पहुंचे, जबकि गंगोत्री-यमुनोत्री में यह संख्या महज 33-33 हजार पर सिमट गई। इस वर्ष केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को खोले गए थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के साथ 18 सितंबर को शुरू हो पाई। हालांकि, तब सिर्फ 800 व एक हजार यात्रियों को ही केदारनाथ व बदरीनाथ जाने की अनुमति मिल पाई।
पांच अक्टूबर को नैनीताल उच्च न्यायालय की ओर से ई-पास की बाध्यता समाप्त कर दिए जाने के बाद यात्रियों की संख्या में उछाल आया। 16 अक्टूबर को तो रिकार्ड 16338 यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। एक ही दिन में दर्शन करने वालों की यह चारों धाम में सर्वाधिक संख्या थी। इस बार केदारनाथ यात्रा महज 50 दिन संचालित हुई।
इस अवधि में दो लाख 42 हजार 712 यात्रियों ने बाबा के दर्शन किए। जबकि, वर्ष 2020 में 132651 यात्री ही पूरे सीजन में केदारनाथ पहुंच पाए थे। उत्तराखंड चारधाम देवास्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने कहते हैं कि भविष्य में केदारनाथ यात्रा के प्रति आकर्षण और बढ़ने की उम्मीद है। बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी (ऊखीमठ) राजकुमार नौटियाल ने बताया कि केदारपुरी के नए रूप में संवरने के बाद से धाम में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
इस बार चारों धाम पहुंचे यात्री
धाम, यात्रियों की संख्या
केदारनाथ, 242712
गंगोत्री, 33166
यमनोत्री, 33303
बंद हुए मध्यमेश्वर के कपाट
पंच केदारों में द्वितीय केदार मध्यमेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। धाम के कपाट वृश्चिक लग्न में विधि-विधान के साथ बंद किए गए। अब अगले छह माह ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में दर्शन किए जाएंगे।