कुंभ ड्यूटी करने वाले जवानों के लिए कोरोना के नए स्ट्रेन ने चुनौती बढ़ा दी है। जवान अपने घर-परिवारों से दूर सकुशल कुंभ आयोजन के लिए रात-दिन मेला क्षेत्र में ड्यूटी दे रहे हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के साथ कोरोना के खतरे से भी खुद को बचा रहे हैं। बावजूद इसके तीन दिन में मेला क्षेत्र के नौ पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित आ गए हैं। इससे मेला पुलिस की परेशानी बढ़ने लगी है। सकुशल कुंभ आयोजन की सबसे अधिक जिम्मेदारी पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों पर है। दोपहरी धूप में बंदूक पकड़कर खड़े होकर ड्यूटी करनी हो या श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रण, जवान अपना फर्ज निभा रहे हैं। जवानों के लिए खाना सामूहिक तौर पर उनकी कंपनी की मेस में तैयार होता है।उनकी ठहरने की व्यवस्था भी कंपनी के टेंट क्षेत्र में है। कई अर्द्धसैनिक बलों के जवान पक्के निर्माण वाले भवनों में भी ठहरे हैं। कोविड से बचाव के लिए शारीरिक दूरी के लिहाज से टेंट लगाए गए हैं। ड्यूटी के दौरान शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर पाते हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए जवानों को खुद की परवाह किए बगैर जूझना पड़ रहा है। कुंभ मेला में करीब छह हजार जवानों की ड्यूटी है। कोविड के नए स्ट्रेन का सबसे अधिक खतरा श्रद्धालुओं के बीच भीड़ नियंत्रण में करने वाले जवानों पर मंडराने लगा है। एक जवान के संक्रमित होते ही कंपनी के अन्य जवानों में संक्रमण के प्रसार का खतरा बना है। ऐसे में मेला पुलिस प्रशासन के लिए कुंभ के सकुशल आयोजन के साथ कोविड से बचाव बड़ी चुनौती बन रहा है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मेला क्षेत्र में आने वाले लोगों से मास्क पहनने की अपील की जा रही है। बिना मास्क घूमने वालों के चालान किए जा रहे हैं। मेला क्षेत्र में मास्क पहनना अनिवार्य है। घाट क्षेत्र में कैमरों की मदद से लोगों को चिह्नित कर चालान किए जा रहे हैं। एक अप्रैल से अब तक तीन हजार लोगों के चालान हुए हैं।
कुंभ में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती
– पांच कंपनी यूपी की पीएसी
– 40 कंपनी अर्द्ध सैनिक बल
– उत्तराखंड के साढ़े तीन हजार पुलिस कर्मी
– राजस्थान के 100 से अधिक होमगार्ड
– दो हजार से अधिक स्वयंसेवक
कोरोना मुश्किलें बढ़ा रहा है। कोविड से जवानों के लिए खुद को बचाना बड़ी चुनौती है। सभी जवानों से एसओपी का पालन करने और करवाने के निर्देश दिए गए हैं। मेला क्षेत्र में सेक्टर आफिसर के साथ ही लिंक अफसर की तैनाती कर दी है। यदि कोई अफसर कोरोना पॉजीटिव होता है तो लिंक आफिसर उसके दायित्व संभालेगा।
– संजय गुंज्याल, आईजी मेला