पौड़ी गढ़वाल : इन दिनों पहाड़ में स्थान स्थान पर रामलीलाएं हो रही हैं। जिनमें व्यवस्थाओं से लेकर पात्र अभिनय तक बालिकाएँ व बड़ी महिलाएं अहम रोल निभा रही हैं। पौड़ी गढ़वाल की मनियारस्यू पट्टी में इन दिनों विभिन गांवो में कहीं दिवस की तो कही रात्रि को रामलीला हो रही है। कहीं गांवो में रामलीला समाप्त भी हो गयी है।
इस बार अधिकतर गांवो में रामलीला मंचन में महिलाए एवं बालिकाएं मुख्य पात्रो का रोल निभा रही है। पट्टी ममियारस्यू के ग्राम धारी में तो पिछले पांच सालों से बालिकाएं मुख्य पात्रो के किरदार निभा रही है। कुमारी मेघा रावत ने बताया की वह पिछले पांच वर्षों से भरत व श्रवण का किरदार कर रही है। कुमारी तनीषा रावत भी शत्रुघ्न की किरदार विगत पांच वर्ष कर रही है। पौड़ी के केवर्स गांव में भी रामलीला मंचन में सीता मंदोदरी,कौशल्या,सुमित्रा,सबरी, सुलोचना,व सीता की सहेलियों के पात्रों का अभिनय महिलाएं ही निभा रही है।
थापला की प्रसिध्द रामलीला में मुख्य पात्र सीता कुमारी, मानसी बिष्ट एवं कुमारी पूजा सूर्पनखा जैसे अभिनय बालिकायें ही निभा रही है। वही मनियारस्यू पट्टी की कलेथ गांव रामलीला में सभी महत्पूर्ण पात्रों का अभिनय बालिकाएं ही कर रही है। राम की भूमिका में नीमा लक्ष्मण की भूमिका में काजल, वही भरत के अभिनय वंदना शत्रुघन की भूमिका में दीया अच्छी तरह अपना अपना अभिनय बेखूबी से कर रही है।
इस नए दौर में बालिकाओ का रामलीलाओं के मंचो पर इस साहसिक कदम पर जहां रामलीला आयोजक गदगद हो रहे है। वही दर्शक व स्थानीय लोग भी इन बालिकाओ की जमकर सराहना कर रहे हैं। वही महिलाओं के किए गए अभिनय इन दिनों सोशल मीडिया में भी खूब छाए हुए है।