दीपावली पर्व के ग्यारह दिन बाद मनाया जाने वाले इगास पर्व की धूम पूरे उत्तराखंड में छायी रही। पारंपरिक पर्व की धूम में श्रोताओं ने गढ़वाली लोकगीतों का आनंद लिया। देर शाम मंडाण लगाने के साथ जगह-जगह भैलो खेला गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने लोकपर्व इगास की प्रदेशवासियों को शुभकामना एवं बधाई देते हुए कहा कि हमें अपनी परंपराओं, रीति रिवाजों, संस्कृति को जानना और समझना होगा। उनका सम्मान करना होगा, हमारी सुंदर परंपराओं में क्या गहराई एवं विजन है, इसे नई पीढ़ी को भी बताना होगा। राजधानी देहरादून सहित पूरे राज्य में इगास पर्व धूमधाम से मनाया गया। शाम होते ही घर रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा उठे। दीपक की रोशनी से रविवार की शाम चमक उठी। खूब पटाखे जलाए गए, ऐसा लगा मानो कि रविवार को ही दिवाली हो। इगास के मौके पर देहरादून में कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। जिसमें लोक कलाकारों ने अपनी नृत्य कला से चार चांद लगा दिए।
देहरादून में इगास पर्व पर नेहरू कॉलोनी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मेयर सुनील उनियाल गामा व अन्य लोग शामिल हुए। इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत लोकगीत पर थिरके भी।इसी क्रम में देहरादून के रिंग रोड क्षेत्र में भी इगास पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण व उनकी टीम ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया। वहीं देर रात तक देहरादून में पटाखे जलते रहे। लोगों ने खूब भैलो खेला और इगास पर्व को उल्लास के साथ मनाया।