रेलवे स्टेशन, प्लेटफार्म व शहरों में जाकर पोस्टर चस्पा करने के साथ ही यात्रियों को पंफ्लेट भी दे रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग कांवड़ लेेने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। इस पर सोमवार को जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर चेकिंग शुरू की।
मसूरी एक्सप्रेस, अमृतसर एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस व बाडमेर एक्सप्रेस से कांवड़ लेने के लिए पहुंचे 325 कांविड़यों को रेलवे स्टेशन पर ही रोक लिया गया। इसके बाद इन यात्रियों को शटल बसों से वापस बॉर्डर पर भेजा गया। वहीं कुछ कांविड़यों को ट्रेनों में ही वापसी के टिकट कराकर वापस भेजा गया। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक रेलवे मनोज कुमार कत्याल ने कांवड़ियों को वापस भेजने के लिए जीआरपी के सभी थाना प्रभारियों को मौके पर ही जाकर निर्देश दिए।
छह यात्री मिले कोरोना पॉजिटिव
अहमदाबाद से अस्थियां विसर्जन और सावन में पूजा करने धर्मनगरी पहुंचे छह यात्री सोमवार को रेलवे स्टेशन पर हुई जांच में कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। यात्रियों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया है।
कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद रेलवे स्टेशन, बस अड्डे से लेकर बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई है। ट्रेनों से हरिद्वार पहुंचने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर नेगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता की गई है, लेकिन यात्री नियमों का उल्लंघन कर हरिद्वार पहुंच रहे हैं। ऐसे यात्रियों को चिह्नित करने के लिए रेलवे स्टेशन पर जांच रिपोर्ट चेक हो रही है। बिना जांच रिपोर्ट वालों के रैंडम सैंपलिंग भी कराई जा रही है।
सोमवार की सुबह अहमदाबाद मेल से छह यात्री अहमदाबाद से अस्थियों का विसर्जन और सावन के पहले सोमवार को पूजा करने के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उतरे। ट्रेन से उतरे यात्रियों से निकास द्वार के पास जीआरपी के जवानों ने आरटीपीसीआर रिपोर्ट मांगी। उनके पास रिपोर्ट नहीं थी। इस पर यात्रियों की रैंडम जांच कराई गई तो सभी कोरोना पॉजिटिव निकले।