भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से धाम रवाना होने की सभी तैयारियां पूरी

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भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली  शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से धाम रवाना होने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से धाम पहुंचाने वाले हक – हकूकधारियो, देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा तीर्थ पुरोहित की सूची को अन्तिम रूप देने के साथ ही सभी की सैप्लिंग व वैक्सीन लगाई जा चुकी है।ओकारेश्वर मन्दिर में देर सांय को सम्पन्न हुई भैरवनाथ पूजा में भी सिमित पूजारियों, वेदपाठियों व देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों को शामिल होने की अनुमति दी गयी थी । शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार मिनी लाकडाउन का किसी प्रकार उल्लघंन न हो इसके लिए तहसील प्रशासन द्वारा भैरवनाथ पूजन व डोली के धाम रवाना होते समय कुछ स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी गयी है,जबकि बृहस्पतिवार देर सांय को पौराणिक परम्पराओं के अनुसार केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा – अर्चना विधि – विधान से सम्पन्न हो गयी है, जबकि भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम रवाना होने से पूर्व तहसील प्रशासन, तीर्थ पुरोहित समाज, जनप्रतिनिधियों व हक-हकूकधारियों की बैठक शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में सम्पन्न हुई। जानकारी देते हुए उप जिलाधिकारी रविन्द्र वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ठीक आठ बजे शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से धाम के लिए रथ से रवाना होगी व डोली के धाम रवाना होने से पूर्व सभी पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन किया जायेगा  और ऊखीमठ से गौरीकुण्ड तक परम्परा के अनुसार सभी जगह पर पूजा – अर्चना भोग लगाया जायेगा तथा शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का उल्लंघन न हो इसलिए कुछ स्थानों पर धारा 144 लागू कर दी गयी है जिसके कारण ओकारेश्वर मन्दिर में 50 मीटर व डोली के गुजरने वाले स्थानों पर 20 मीट क्षेत्र प्रतिबन्धित कर दिया गया है ! उन्होंने बताया कि देव स्थानम् बोर्ड के 14 अधिकारियों, कर्मचारियों, 14 हक – हकूकधारियो तथा 8 तीर्थ पुरोहित के अलावा कुछ सेवकों को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति दी गयी है तथा मिनी लांकडाउन का उल्लंघन न हो इसके लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में पुर्ननिर्माण कार्य कर रहे अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए भी केदारनाथ मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है।  मक्कूमठ से तुंगनाथ धाम डोली के साथ चलने वाले 30 अधिकारियों, कर्मचारियों, तीर्थ पुरोहित को अनुमति दी गयी है।  देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि देर सांय सम्पन्न हुई भैरवनाथ पूजन में रावल भीमाशंकर लिंग, चार प्रधान पुजारी, दो वेदपाठी तथा सिमित अधिकारी, कर्मचारी शामिल हो सके।  उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में देव स्थानम् बोर्ड के 12 अधिकारी, कर्मचारी तैनात है। कपाट खुलने की सभी तैयारियां चाक – चौबन्द कर दी गयी है।

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