कुंभ पर्व का पहला शाही स्नान आज यानी सोमवार को है। सोमवती अमावस्या के शाही स्नान पर कुंभ मेला पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरकी पैड़ी पर स्नान करने के लिए राहत दी। सुबह आठ बजे तक गंगा घाटों पर दस लाख भक्तों ने डुबकी लगाई। श्रद्धालु सुबह सात बजे तक स्नान कर पाए। इसके बाद आम श्रद्धालु हरकी पैड़ी क्षेत्र में नहीं जा पाए, क्षेत्र अखाड़ों के संतों के स्नान के लिए आरक्षित है। शहर के अंदर चारपहिया, आटो व ई-रिक्शाओं को देवपुरा चौक से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। आईजी मेला ने बताया कि शाही स्नान के दौरान जाने वाले वाहनों की संख्या 100 से ज्यादा नहीं होगी। इसके साथ ही हाथी एवं घोड़ों की संख्या भी कम रहेगी। महामंडलेश्वर अपने साथ 25 से ज्यादा भक्तजन नहीं ले जा सकेंगे। वहीं जुलूस में पांच से ज्यादा बैंड डीजे वाले नहीं होंगे। संजय सेतू पर कोई भी अखाड़ा खड़ा नहीं होगा। साधु-संतों के साथ नियुक्त गनर पुल नंबर एक से प्रवेश कराने के बाद पुलिस नंबर चार पर पहुंचेंगे। क्योंकि पुलिसकर्मी चमड़े की बेल्ट व जूते पहने रहते हैं। जिसके चलते वह ब्रह्मकुंड पर नहीं जा सकेंगे। कोई भी विदेशी फोटोग्राफर साधु-संतों के साथ नहीं जाएगा।शाही स्नान के जुलूस के दौरान पारंपरिक अस्त्रों के अलावा कोई भी अन्य अस्त्र-शस्त्र नहीं ले जा पाएंगे। जुलूस में शामिल होने वाले सभी जानवरों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी स्वयं आयोजकों की होगी।वहीं मेला क्षेत्र में लगाए पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं के साथ मधुर व्यवहार करेंगे। श्रद्धालुओं से कोविड के संक्रमण से बचाव को लेकर नियमों का पालन करने के साथ ही मास्क व सेनेटाइजर का उपयोग करने की अपील भी कर रहे हैं।