– प्रतीक मिश्रपुरी, भारतीय प्राच्य विद्या सोसायटी।
स्वामी रामदेव का बयान तथ्यहीन और आधारहीन है। ज्योतिष हजारों वर्षों से हमारे ऋषि मुनियों द्वारा दी गई एक धरोहर है। जो कि विज्ञान है। जिस प्रकार आयुर्वेद विज्ञान है। उसी प्रकार से ज्योतिष भी विज्ञान है। ज्योतिष बहुत पुराना शास्त्र है। इस प्रकार से टीका टिप्पणी करना शिक्षित व्यक्ति की पहचान नहीं है। एक तरफ बाबा रामदेव कह रहे हैं कि आयुर्वेद बहुत अच्छा है। वहीं दूसरी तरफ ज्योतिष को आडंबर की संज्ञा बाबा रामदेव ने दी है।
– विकास जोशी, नारायण ज्योतिष संस्थान, हरिद्वार
स्वामी रामदेव का ज्योतिष पर दिया गया बयान निंदनीय है। बाबा हर काम को व्यापारिक दृष्टिकोण से देख रहे हैं। यदि ज्योतिष के प्रकार इस प्रकार का दृष्टिकोण रखते हैं तो वह हमारे वेदों को नहीं मानते हैं। योग गुरु रामदेव आर्य समाज संप्रदाय से संबंध रखते हैं। आर्य समाज में वेद को प्रधानता दी गई है। बाबा ने आयुर्वेद के प्रति अच्छा कार्य किया है, लेकिन इस प्रकार के बयान देना उन्हें शोभा नहीं देता।
– डॉ. रतनलाल एचओडी ज्योतिष, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय
स्वामी रामदेव जिस तरह से बयानबाजी कर रहे हैं। उसके लिए जितनी निंदा की जाए वह कम है। ज्योतिष ऋषि-मुनियों के समय से हैं। बीमारी आने से पहले ही ऋषि मुनि बता देते थे कि बीमारी आने वाली है। आयुर्वेद व ज्योतिष वेदों के ही अंग है। बाबा रामदेव ने भी तो आयुर्वेद के नाम पर अपनी इंडस्ट्री खड़ी कर ली है। योग करने के लिए आने वाले लोगों से रुपया लेते हैं।
– पंडित सुमित तिवारी, ज्योतिषाचार्य, श्री रामनाम विश्व बैंक संस्था