शाही स्नान के लिए अब होगी नई व्यवस्था

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कुंभ मेले में व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए सीएम तीरथ सिंह रावत की सख्ती का प्रशासनिक स्तर पर भी असर हुआ है। अब गढ़वाल मंडल आयुक्त कुंभ के दौरान हरिद्वार में रहकर वहां कैंप कार्यालय बनाकर कुंभ के कार्यों की निगरानी के साथ ही संचालन करेंगे।  हाल में नए सीएम तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कुंभ मेले की व्यवस्थाएं भी परखीं। इसके बाद उन्होंने निर्देश दिया कि उच्च स्तर के अधिकारी यहां जिम्मेदारी संभालें। इस पर मुख्य सचिव ने गढ़वाल आयुक्त के कैंप कर कुंभ के कार्यों के संचालन का निर्देश दिया।

सीएस के आदेश पर सोमवार को मंडल आयुक्त रविनाथ रमन ने डीएम हरिद्वार और मेलाधिकारी कुंभ को आदेश दिया। दोनों अफसरों को उनके लिए हरिद्वार में कैंप ऑफिस और अटल बिहार वाजपेयी राज्य अतिथि गृह में एक स्यूट आरक्षित करने का निर्देश दिया है। कैंप आफिस वह सीसीआर में संचालित करेंगे। आईजी मेला, संजय गुंज्याल ने भी पुलिस अधिकारियों से बैठक ली। उन्होंने सख्त से सख्त निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।

आठ पीसीएस कुंभ मेला कार्यालय से अटैच 
देहरादून। कार्मिक विभाग ने आठ पीसीएस अफसरों को कुंभ मेलाधिकारी कार्यालय से अटैच कर दिया है। एसडीएम टिहरी रविंद्र कुमार जुवांठा, एसडीएम पौड़ी मनीष कुमार सिंह, प्रभारी उप राजस्व आयुक्त (भूमि व्यवस्था) राजस्व परिषद देहरादून देवानंद, एसडीएम उत्तरकाशी आकाश जोशी आदि को अटैच किया गया है।

अप्रैल माह में होने वाले तीन शाही स्नानों की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार 5 दिन को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। 12 और 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान के दिन शटल बस सेवा चलाने की तैयारी है। बीते दिनों संपन्न हुए शाही स्नान के दिन शटल बस सेवा न चलने से यात्रियों को दिक्क्तें आई थीं। पहला शाही स्नान संपन्न होने के बाद हुई डी-ब्रीफिंग में कई बातें सामने आई हैं। जिसमें यात्रियों को पैदल चलने की बात पर चर्चा हुई थी। इस शाही स्नान में यात्रियों के लिए शटल बस सेवा नहीं चलाई गई थी। इस शटल बसों से यात्रियों को पार्किंग से गंगा घाटों के करीब तक पहुंचाने की प्लानिंग की गई थी। 100 बसों को चलाने की तैयारी थी। लेकिन किन्हीं कारणों से बसों का संचालन नहीं हो सका। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अगले दोनों शाही स्नान के दिन बस सेवा चलाई जाएगी।

संतों ने की मुलाकात
बैरागी कैंप क्षेत्र में बैरागी संन्यासियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। बाहर से आए इन संन्यासियों के रहने की अभी तक क्षेत्र में कोई व्यवस्था नहीं है। इन संतों ने गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन से मुलाकात की और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि उनके क्षेत्र में कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करा दिया जाएगा। निर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर महंत रामदास ने कहा कि पहली बार कुंभ में ऐसा हो रहा है कि बैरागियों के लिए, मार्च आधा बीतने के बाद भी मेला प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि उनके संतों का आना शुरू हो गया है।

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