महाकुंभ में पड़ने वाले शाही स्नानों पर दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के श्रद्धालुओं को फोरलेन हाईवे के बजाय तीन अलग-अलग रूटों से कुंभनगरी पहुंचाया जाएगा। इसके तहत पंजाब, हरियाणा और सहारनपुर क्षेत्र के श्रद्धालुओं को लक्सर के खस्ताहाल मार्ग से निजात मिलेगी। इन्हें भगवानपुर से सीधे हरिद्वार भेजा जाएगा। वहीं, दिल्ली से आने वाले वाहनों के लिए दो रूट तय किए गए हैं। भारी वाहनों को नगला इमरती से लंढौरा और लक्सर होते हुए हरिद्वार भेजा जाएगा।महाकुंभ के यातायात प्लान के लिए पुलिस-प्रशासन ने होमवर्क पूरा करने के बाद अंतिम कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को कुछ तकलीफें झेलनी पड़ेंगी जबकि पंजाब, हरियाणा और सहानपुर के तीर्थयात्रियों के लिए न केवल यात्रा मार्ग कम दूरी का होगा, बल्कि सुविधाजनक भी रहेगा। कार्ययोजना के तहत, 12 अप्रैल को शाही स्नान से कुछ दिन पहले ही यातायात प्लान लागू होगा। दिल्ली से आने वाले हल्के वाहनों को नारसन बॉर्डर से करीब दस किमी पहले यूपी के पुरकाजी से डायवर्ट कर वाया खानपुर, लक्सर, सुल्तानपुर, जगजीतपुर और कनखल होकर कुंभ क्षेत्र तक पहुंचाया जाएगा।दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को नारसन बॉर्डर पार कर मंगलौर में बनाए गए रुड़की बाईपास से कुछ आगे चलने पर नगला इमरती में लक्सर रोड पर भेजा जाएगा। इसके बाद ये वाहन लक्सर से सुल्तानपुर मार्ग होकर हरिद्वार पहुंचेंगे। पंजाब, हरियाणा और सहारनपुर क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को सहारनपुर से गागलहेड़ी और फिर भगवानपुर से सीधे हरिद्वार जाने के लिए इमलीखेड़ा मार्ग की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को लक्सर मार्ग का लंबा चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।यातायात प्लान की खामियों की बात करें तो दिल्ली जाने वाले हल्के और भारी वाहनों को लक्सर से गुजरना है। प्लान के मुताबिक, वाया पुरकाजी हरिद्वार जाने वाले हल्के वाहन और नगला इमरती से लंढौरा मार्ग के जरिये हरिद्वार पहुंचने वाले भारी वाहन लक्सर में बस स्टैंड के पास टी प्वाइंट पर मिलेंगे। दो रूटों से लक्सर मार्ग पर पहुंचने वाले वाहनों से भारी दबाव बनेगा। अगर महाकुंभ में वाहनों का रेला उमड़ता है तो यह भारी परेशानी का सबब बन सकता है।हरिद्वार में फोरलेन हाईवे का पूरा हिस्सा पुल पर नहीं है। इसके चलते कई प्वाइंट ऐसे हैं, जहां कुंभ में बड़ी संख्या में आने वाले वाहनों के फंसने का खतरा बना हुआ है। सभी वाहनों को बिना जाम के पार्किंग तक ले जाना चुनौती है। इसी के चलते वाहनों को अलग-अलग रूट से हरिद्वार लाने की योजना बनाई गई है। वापसी करने वाले सभी जगहों के वाहनों को दिल्ली-हरिद्वार हाईवे से ही भेजा जाएगा।