केदार धाम में आदि गुरु शंकराचार्य की पुनर्निर्मित समाधि और प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को न सिर्फ धार्मिक एवं अध्यात्म पुरुष के अवतार में दिखे। वरन मोदी ने उत्तर से दक्षिण तक एक देश को एक सूत्र में पिरोने वाले सनातन धर्म और भारतीय दर्शन का संदेश देने की कोशिश भी की।
पार्टी के हिंदुत्व के मुद्दे पर एक कदम आगे बढ़ाया
उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर, काशी में विश्वनाथ धाम और सारनाथ, कुशीनगर और बौद्ध गया के भविष्य में होने वाले कायाकल्प का खासतौर पर जिक्र किया। बड़ी चतुराई से उन्होंने पार्टी के हिंदुत्व के मुद्दे पर एक कदम आगे बढ़ा दिया।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जब भाजपा 2024 के चुनाव में होगी, तब वह देश बहुसंख्य हिंदू मतदाताओं को बता सकेगी कि प्रधानमंत्री के कार्यकाल में ही अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण हुआ। इसके साथ ही करीब 450 करोड़ रुपये से बदरीनाथ धाम और काशी में विश्वनाथ धाम के कायाकल्प की योजना होगी।
सारनाथ, कुशीनगर और बौद्ध गया के जरिये नए बौद्ध सर्किट का विजन बताकर पीएम मोदी ने दलित मतदाताओं को भी पार्टी के पाले में खींचने की कवायद शुरू की है। यही नहीं, उन्होंने मथुरा और-वृंदावन में कराए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने आदि गुरु शंकराचार्य के जन्मस्थल कलाड़ी (केरल) से समाधिस्थल केदारनाथ को जोड़कर उत्तर से लेकर दक्षिण तक हिंदू सनातन धर्म का संदेश देने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंकराचार्य को शंकर का अवतार बताया और कहा कि शं करोति स: शंकरा:। मोदी का कहा कि इसका तात्पर्य है कि जो कल्याण करे वही शंकर है। मोदी ने देश के तपस्वी संतों का स्मरण किया और कहा कि वे किसी एक का नाम नहीं लेंगे तो यह उनके लिए पाप होगा। उन्होंने नई पीढ़ी को धार्मिक संस्कार देने और धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों की यात्राएं करने की सलाह दी।
2022 के लिए दे गए उत्तराखंड को भी बड़ा संदेश
चुनावी साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा से राज्य कुछ बड़ी घोषणा की उम्मीद कर रहा था। लेकिन पीएम मोदी राज्य के लोगों को भावी उत्तराखंड का विजन दिखा गए। उन्होंने यह कहकर राज्य के लोगों को संदेश देने की कोशिश की कि केंद्र के सहयोग से राज्य में चल रही हजारों करोड़ की परियोजनाएं अगले 10 साल में जब धरातल पर उतरेंगी, तब एक नया उत्तराखंड होगा।
ऐसा कहकर पीएम एक तरह से 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए लिए परोक्ष रूप से एक बड़ा संदेश भी दे गए।
मुझे तेज प्रकाश पुंज की अनुभूति हुई : मोदी
आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद पीएम मोदी ने कुछ क्षणों के लिए वहां बैठकर ध्यान लगाया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि उस समय शंकराचार्य की प्रतिमा की आंखों से निकलते तेज प्रकाश पुंज की उन्हें अनुभूति हुई। इसका वह शब्दों में वर्णन नहीं कर सकते।