हरिद्वार। उत्तराखंड में कांग्रेस के भीतर दिग्गज नेताओं के बीच कलह एक बार फिर बढ़ती हुई दिख रही है। हरिद्वार के जयराम आश्रम पहुंचकर हरक सिंह रावत और प्रीतम सिंह ने जिस तरह बयानबाज़ी की थी, अब उसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मोर्चा खोल दिया है। रावत धर्मनगरी के राधाकृष्ण आश्रम पहुंचे और यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने हरक सिंह के सियासी चरित्र को लेकर बड़े बयान दिए बल्कि प्रीतम सिंह को भी हरक का साथ देने के लिए आड़े हाथों लिया।
कांग्रेस के बड़े नेताओं की ज़ुबानी जंग अब खुलकर मोर्चाबंदी दिखने लगी है। बीते सप्ताह पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और पिछली भाजपा सरकार में मंत्री रहे हरक सिंह रावत समेत कुछ कांग्रेस नेताओं ने हरिद्वार के जयराम आश्रम पहुंचकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। यहां हरक सिंह ने हरीश रावत के नेतृत्व में संगठन के चलने पर सवाल खड़े किए थे। अब इसके जवाब में हरीश रावत ने राधा कृष्ण धाम आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रीतम गुट के कांग्रेस नेताओं पर सवाल उठाए। इस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर भी साझा किया।
आज श्री राधाकृष्ण धाम हरिद्वार में #PressConference की।https://t.co/bIzJ5k5Fz3#uttarakhand @INCUttarakhand pic.twitter.com/Y4eKhiwdWA
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 18, 2022
हरीश रावत ने कहा “जयराम आश्रम में जुटने वाले कांग्रेस नेताओ में ऐसे चेहरे भी शामिल थे, जो चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को हराने का काम करते हैं। ऐसे चेहरे कांग्रेस के बड़े नेताओं के पीछे खड़े होते हैं, तो नेताओं को इस पर चिंता करनी चाहिए।” उन्होंने हरक सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि उनको भाजपा से निकाले जाने का दुख है और हरिद्वार में वह ऐसा बयान दे भी चुके हैं। उनका ऐसा बयान उन्हें ही नहीं, पूरी कांग्रेस पार्टी को तकलीफ पहुंचा रहा है। कांग्रेस को तो लगा था कि हरक सिंह भाजपा को लात मारकर आए हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड की राजनीति में कांग्रेस के भीतर दो गुट माने जाते हैं। एक हरीश रावत का और दूसरा प्रीतम सिंह का। हाल में प्रीतम और हरक के एकजुट दिखने के चलते पार्टी के भीतर की गुटबाज़ी और कलह फिर खुलकर सामने आने लगी है। हरक सिंह पिछले दिनों महाराष्ट्र के राज्यपाल व भाजपा नेता भगत सिंह कोश्यारी से दून में मुलाकात भी कर चुके हैं और उसके बाद हरीश रावत पर उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन मेहरा पर कांग्रेस को कमज़ोर करने के आरोप लगा चुके हैं।