हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद अनसुलझे सवालों की फेहरिस्त बढ़ रही है। संत आनंद गिरि के लैपटॉप से यूपी एसआईटी को वीडियो और फोटो मिले हैं। फोन से डिलीट डाटा रिकवर होने से कई सवाल सुलझ सकते हैं।
फिलहाल बड़ा सवाल है कि हरिद्वार से नरेंद्र गिरि को फोन कर किसने बताया कि आनंद गिरि उनको बदनाम करने के लिए एडिट फोटो वायरल कर सकता है। इसको लेकर जांच की सूई हरिद्वार पर आकर अटक गई है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के खुलासे के लिए सीबीआई के अलावा यूपी एसआईटी भी जांच में जुटी है।
नरेंद्र गिरि की मौत कई सवाल छोड़कर गई है। बड़ा सवाल नरेंद्र गिरि के लगातार संपर्क में रहने वाला हरिद्वार का व्यक्ति कौन था। जिसका जिक्र नरेंद्र गिरी के कथित सुसाइड नोट में भी है। सुसाइड नोट में उल्लेख है कि हरिद्वार से आनंद गिरि एक महिला के साथ उनका फोटो एक-दो दिन में वायरल कर देगा। सूत्रों के मुताबिक वही व्यक्ति श्रीमहंत नरेद्र गिरि को आनंद गिरि की पल-पल की जानकारी साझा कर रहा था।
गुरु-शिष्य के बीच तीसरा कौन है, इसको लेकर प्रयागराज से लेकर हरिद्वार तक चर्चाएं हैं। गुरु-शिष्य के बीच तीसरे व्यक्ति को क्या नुकसान और फायदा हो सकता था, इसको लेकर अटकलें लग रही हैं।
तीसरे व्यक्ति की कॉल के बाद नरेंद्र गिरि ने हरिद्वार में किन किन लोगों को फोन किया, इसकी भी जांच हो रही है। इनमें 18 नंबर सामने आ चुके हैं। आनंद गिरि के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से लेकर डाटा डिलीट है। उसे रिकवर किया जा रहा है। इससे भी कई राज खुल सकते हैं।
आनंद गिरि के लैपटॉप को पुलिस ने बरामद कर लिया है। इसके साथ ही लैपटॉप से कुछ वीडियो और फोटो मिली हैं। आखिर वीडियो में क्या राज छिपा है। जिस पर श्रीमहंत नरेंद्र गिरि को शिष्य आनंद गिरि ब्लैकमेल करने की साजिश को अंजाम देने वाला था।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आत्महत्या के बाद जमीन पर पड़े नरेंद्र गिरि की वीडियो में ना जुबान चढ़ी दिख रही है और ना ही आंखें। पुलिस सूत्रों के अनुसार वीडियो देखने के बाद कुछ संतों ने इसको लेकर सवाल उठाए हैं। इस मामले में भी जांच की जा रही है।