देहरादून। संवाददाता। उपराष्ट्रपति वैकेयां नायडू ने आज रूड़की के गांव कुंजा बहादुरपुर जाकर उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धाजंलि अर्पित की जिन्होने स्वतंत्रता संग्राम से पूर्व देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उपराष्ट्रपति ने लोगों से शहीदों के बताये आर्दशों पर चलने का आहवान करते हुए कहा कि कुंजा बहादुरपुर के वीरों के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। जिससे आने वाली पीढ़ियां अपने इतिहास को जान सकें और गर्व कर सकें।
उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू आज अपने एक दिवसीय दौरे पर उत्तराखण्ड आये हुए है। यह पहला मौका है जब कोई उप राष्ट्रपति कुंजा बहादुरपुर पहुंचा है। यहां पहुंच कर राष्ट्रपति ने राजा विजय सिंह और उनके सेनापति कल्याण सिंह की प्रतिमाओं पर पुष्पाजंलि अर्पित की तथा उन शहीदों को याद किया जिन्होने अंग्रेजी हुकूमत से उस दौर में लोहा लिया था, जब देश में स्वतंत्रता संग्राम की शुरूआत भी नहीं हुई थी। इस लड़ाई में 152 लोग शहीद हो गये थे तथा राजा विजय सिंह ओर उनके सेनापति कल्याण सिंह को अंग्रेजो ने फांसी पर चढ़ा दिया था।
उप राष्ट्रपति के गांव आने से ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा गया। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति ने रूड़की क्षेत्र के इस गौरवशाली इतिहास को महत्व दिये जाने और उसे पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने की बात कही। इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मंत्री धन सिंह रावत तथा केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक सहित अनेक लोग मौजूद थे। रूड़की से उप राष्ट्रपति देहरादून में एक कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे है तथा वह आज शाम पांच बजे ही दिल्ली रवाना हो जायेगें। उनके दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये है। उधर उप राष्ट्रपति को ज्ञापन देने जा रहे दर्जन भर किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया जिन्हे बाद में छोड़ दिया गया है।