साढ़े तीन साल में रकम दुगुनी करने का वादा कर एक निजी कंपनी ने लक्सर के लोगों के करोड़ों रुपये जमा करा लिए। बाद में कंपनी ने रातोंरात ऑफिस बंद कर दिया। ग्राहक हरिद्वार और पुरकाजी के मेन कार्यालय पहुंचे तो वहां भी ताला लगा मिला। कंपनी के एक एजेंट की तहरीर पर पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है। करीब सात साल पहले एक निजी बीमा कंपनी ने लक्सर नगर में अपना कार्यालय खोला था। कंपनी का दावा था कि वह ग्राहकों को बीमा कवर देने के साथ ही साढ़े तीन साल के भीतर उनकी रकम भी दोगुनी करके देगी।
कंपनी ने कई स्थानीय लोगों को बतौर एजेंट तैनाती दी। साढ़े तीन साल में रकम दगुनी होने के कंपनी के आश्वासन पर एजेंटों ने नगर व आसपास के क्षेत्र से पंद्रह सौ से भी ज्यादा ग्राहक बनाए और उनकी दस करोड़ से भी ज्यादा की रकम कंपनी में जमा करा दी। शुरू में कंपनी ने सौ डेढ़ सौ ग्राहकों की बीमा पॉलिसी मैच्योर होने पर उन्हें दोगुनी रकम वापस भी की। इस भरोसे पर और भी सैकड़ों ग्राहक कंपनी से जुड़ गए। अब करीब छह सात महीने से कंपनी ग्राहकों की रकम वापसी करने से आनाकानी कर रही थी। दो दिन पूर्व कंपनी ने लक्सर कार्यालय रातोंरात बंद कर दिया।पता लगने पर सुरेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, बिजेंद्र सिंह, राकेश कुमार आदि ग्राहक कंपनी के हरिद्वार व पुरकाजी में स्थित कंपनी के मुख्य कार्यालय पहुंचे, पर वहां भी ताला लटका मिला। कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करने वाले सतीश पुत्र रामसिंह निवासी मिर्जापुर सादात (खानपुर) ने पुलिस को तहरीर दी है। कोतवाल प्रदीप चौहान ने बताया कि तहरीर पर कंपनी के एमडी एहसान हैदर, डायरेक्टर जावेद, उनके रिश्तेदार नौशाद अंसारी पुत्र महमूद निवासी बसेड़ी खादर, लक्सर व सुनील कुमार पुत्र हरपाल निवासी सेठपुर के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया हे। मामले की जांच की जा रही है।