कुंभ मेला में अल्मोड़ा की गगरी में भेंट किया जाएगा गंगाजल

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हरिद्वार। कुंभ मेला पुलिस प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल के नारे को चरितार्थ करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इस बार कुंभ में आने वाले वीआइपी और वीवीआइपी अतिथियों को ताम्रनगरी अल्मोड़ा में निर्मित तांबे के कलश (गगरी) में गंगाजल भेंट किया जाएगा। कुंभ पुलिस विभिन्न कंपनियों के कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड से इन ताम्रकलश को खरीदेगी। प्रथम चरण में ढाई लाख रुपये के ताम्रकलश खरीदने की तैयारी है।

मेला पुलिस की इस योजना से अल्मोड़ा के टम्टा बिरादरी के ताम्र शिल्पकारों को आर्थिक संकट से उबरने में मदद मिलेगी, वहीं लुप्त होने के कगार पर पहुंच रहे इस कारोबार को भी संजीवनी मिलेगी। साथ ही उत्तराखंड के परंपरागत ताम्र उद्योग को एक नई पहचान मिलेगी। आमतौर पर कुंभ मेले में वीआइपी एवं वीवीआइपी मुख्य स्नान पवरें को छोड़कर अन्य मौकों पर गंगा में पुण्य की डुबकी लगाने आते हैं। इस दौरान कुंभ मेला पुलिस ही अति विशिष्ट अतिथियों के स्वागत सत्कार से लेकर सुरक्षा का जिम्मा संभालती है। कुंभ में आने वाले प्रत्येक वीआइपी और वीवीआइपी को स्वागत के तौर पर गंगाजली एवं रुद्राक्ष की माला देने की परंपरा रही है। इस बार भी कुंभ मेला पुलिस तांबे की गंगाजली भेंट करके इस परंपरा को बरकरार रखेगी।

आइजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने बताया कि ताम्र कलश में गंगाजल देने से उत्तराखंड की शिल्पकला का प्रचार होगा। कोशिश है कि इस उद्योग को भविष्य में बढ़ावा मिले। कई बड़ी कंपनियां भी तांबे के बर्तन बनाती हैं। लेकिन, स्थानीय हस्तशिल्पियों को मौका मिलना आवश्यक है, उसी दिशा में कार्य किया जा रहा है।

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