हरिद्वार। हरिद्वार महाकुंभ आज यानी बुधवार को रामनवमी का पर्व स्नान है। दिल्ली में लॉकडाउन का असर कुंभनगरी हरिद्वार में भी देखने को मिला है। आज तीर्थनगर हरिद्वार में अधिकतर गंगा घाट खाली हैं। बेहद कम संख्या में भक्त स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, मंगलवार को दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा।
आम दिनों कि तरह गंगा घाटों पर चहलपहल नहीं दिख रही है। लॉकडाउन के चलते आज रामनवमी पर सीमित संख्या में श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की संभावना है। अगर दिल्ली में लॉकडाउन बढ़ता है तो इसका प्रभाव चैत्र पूर्णिमा के अंतिम महाकुंभ स्नान पर भी दिख सकता है।
कुंभनगरी में अचानक दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों का आवागमन थम गया है। खासकर साप्ताहिक कर्फ्यू के दिन यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है। पिछले स्नान पर्वों पर दो-तीन दिन पहले यात्री हरिद्वार पहुंच जाते थे। हाईवे हाइवे पर भी वाहनों का रेला उमड़ पड़ता था। बस अड्डों और रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ नगर आती थी।
वहीं, बुधवार को रामनवमी के पर्व स्नान पर स्थितियां बिल्कुल उलट हैं। एक दिन पहले मंगलवार से ही दिल्ली-देहरादून हाईवे और गंगा घाट सुनसान पड़े हैं।
हरिद्वार में सबसे अधिक यात्रियों का आवागमन दिल्ली और एनसीआर से होता है। महाकुंभ मेले से इतर बात करें तो दिल्ली और एनसीआर से वीकेंड पर भी लोग हरिद्वार पहुंचते हैं।
बिना पंजीकरण और कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव जांच रिपोर्ट के श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
श्रीराम के जन्म का दिन होने के कारण रामनवमी का गंगा स्नान बहुत शुभ और फलदायक माना जाता है।
पिछले स्नान पर्वों पर कुंभनगरी में बड़ी संख्या में यात्रियों की भीड़ जुटी थी।
लेकिन इस बार बुधवार को स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की संख्या कम है।
गंगा घाट और मेला क्षेत्र सुनसान पड़े हुए हैं। इसके पीछे कोरोना संक्रमण को वजह माना जा रहा है।
बुधवार को हरिद्वार में कहीं-कहीं कुछ श्रद्धालु गंगा स्नान करते दिखे। वहीं कुंभ मेला क्षेत्र में पुलिस भी मुस्तैद है।