लखनऊ से घर का काम करने के लिए लाई गई किशोरी के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। मकान मालकिन ने मारपीट करते हुए किशोरी के बाल भी काट दिए। उसके हाथों पर पैरों पर चोट के निशान हैं। पुलिस ने मकान मालकिन को हिरासत में लेकर किशोरी को पुलिस अभिरक्षा में रखा है। वहीं मामले को दबाने के लिए कई नेताओं का पुलिस पर दबाव बनाया जा रहा है।
किशोरी के हाथों, पैर और मुंह पर जख्म थे और खून बह रहा था
ज्वालापुर क्षेत्र की हरिलोक कालोनी निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली में फोन करके जानकारी दी कि उनके पड़ोसी के यहां काम करने वाली किशोरी गुरुवार की शाम को उनके घर आई थी। किशोरी ने बताया कि वह लखनऊ की रहने वाली है। किशोरी ने अपने साथ हुुई घटना की जानकारी दी। किशोरी ने बताया कि मकान मालकिन ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की और बाल भी काट दिए। पड़ोसी ने देखा तो किशोरी के हाथों, पैर और मुंह पर जख्म थे और खून बह रहा था।
सूचना मिलने के बाद पुलिस एसआई सद्दाम शेख महिला पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। किशोरी को अपनी सुरक्षा में लिया। वहीं घर में मौजूद महिला ने पुलिस पर रौब गालिब करना चाहा। जिसके बाद पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले कोतवाली ले आई।
पूरे मामले की गहनता से जांच
पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि महिला लखनऊ की रहने वाली है। वह दो साल पहले किशोरी को अपने साथ लाई थी। किशोरी के माता-पिता नहीं हैं। उसके चाचा ने ही उसे यहां भेजा था। डरी सहमी किशोरी ने आपबीती पुलिस के समक्ष बया की है।
कोतवाली प्रभारी चंद्रचंद्राकर नैथानी ने बताया कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। किशोरी के शरीर पर चोटों के निशान हैं। उसकी सही उम्र के संबंध में भी जानकारी जुटा रहे हैं। उसके चाचा से संपर्क किया जा रहा है। यदि किशोरी की उम्र कम पाई जाती है बालश्रम के तहत कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया कि फिलहाल किशोरी कोतवाली की बाल कल्याण अधिकारी एसआई पूजा पांडे की अभिरक्षा में है। मासूम को बेरहमी से पीटने के मामले के पीछे उस पर चोरी करने का आरोप लगाया जा रहा है। लेकिन पुलिस को यह बात हजम नहीं हो रही है। क्योंकि मासूम जब उन्हीं के ही घर में रहती थी फिर भला चोरी क्यों करेगी।