उत्तराखंड के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश करवाने वाले सामाजिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लांबा की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने दोनों दोस्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृतक की पत्नी ने पुलिस को तहरीर देकर दोनों दोस्तों पर कहीं चोरी होने की बात कहकर घर से ले जाने का आरोप लगाया था।आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लांबा शुक्रवार देर रात रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के सुमन नगर स्थित वैद्य एनक्लेव में एक घर में आयोजित पार्टी में शामिल होने गए थे। पार्टी पंकज लांबा के दोस्त मानव के परिचित के घर पर थी।पंकज के साथ उनके दोस्त कासिम और मानव भी मौजूद था। घर पर दो नाबालिग बहनें और उनके दो छोटे भाई ही रहते हैं। पंकज लांबा और उनके दोस्तों ने वहां शराब और चिकन की पार्टी की। पंकज अपनी लाइसेंसी राइफल लेकर वहां गए थे।
पुलिस के अनुसार, पार्टी के दौरान एक किशोरी की जिद पर उन्होंने मैगजीन निकालकर अपनी राइफल उसे दे दी थी। किशोरी ने राइफल का टिगर दबाया तो चैंबर में फंसी गोली चल गई और पंकज की गर्दन छेदकर पार हो गई थी।
अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। रानीपुर कोतवाली निरीक्षक योगेश देव ने बताया कि रविवार को पंकज की पत्नी ज्योति ने कासिम निवासी गढ़ रानीपुर, मानव निवासी सुमन नगर समेत अन्य के खिलाफ तहरीर दी।ज्योति ने आरोप लगाया कि सुमन नगर में उनका मकान बन रहा है। मानव और कासिम उनके घर आकर कहा कि निर्माणाधीन भवन की साइट से सामान चोरी हो रहा है। चोरी की बात सुनकर उनके पति पंकज लांबा दोस्तों के साथ चले गए।ज्योति का आरोप है कि पंकज को गोली लगने की जानकारी कासिम ने देर रात करीब तीन बजे दी। उन्होंने बताया कि तहरीर के आधार पर लांबा के दोनों दोस्तों और अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।