रुड़की। चकबंदी में धांधली के मामलों में कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीण आत्मदाह करने तहसील कार्यालय पहुंच गया। वहां पर पुलिस को तैनात देख ग्रामीण पेड़ पर चढ़ गया। उसके पास एक बैग भी है। पुलिस कर्मियों ने ग्रामीण को पेड़ से उतारने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अभी किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है। तो चलिए आपको बताते हैं कि मामला कहां का है…
हरिद्वार के कनखल निवासी जगजीवन राम ने चकबंदी के बंदोबस्त अधिकारी को तीन दिसंबर को एक ज्ञापन दिया था। इसमें बताया गया था कि बेलड़ा और कुछ गांव में चकबंदी प्रकिया में धांधली की गई है। इसमें कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई है, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
इन मामलों में कार्रवाई नहीं होने पर जगजीवन राम ने 15 दिसंबर को चकबन्दी के बंदोबस्त अधिकारी कार्यालय पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी, जिसे लेकर खुफिया विभाग में ग्रामीण की तलाश कर रहा था। बुधवार सुबह करीब 10 बजे ग्रामीण जगजीवन राम एक बैग लेकर तहसील कार्यालय आत्मदाह करने के लिए पहुंचा। बंदोबस्त अधिकारी के कार्यालय पर पहले से ही पुलिस तैनात थी।
पुलिस को देखते ही ग्रामीण पेड़ पर चढ़ गया। मौके पर मौजूद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र चौहान ने ग्रामीणों को समझाने बुझाने के प्रयास में लगे हैं। वहीं, अन्य अधिकारियों को भी मामले की सूचना दी गई है। अभी तक ग्रामीण पेड़ से उतरने को तैयार नहीं है ।ग्रामीणों का कहना है कि जब तक इस मामले में कार्रवाई नहीं हो जाती वह अपनी मांग से पीछे नहीं हटेगा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को समझाने बुझाने में लगे हैं।