उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर का वीडियो वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल करनी वाली एक महिला नेता समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में विधायक की करीबी महिला नेता सुरेखा भी इस ब्लैकमेलिंग में शामिल थी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने डेढ़ करोड़ रुपये की डिमांड की थी। रुपये देने से पहले ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस के मुताबिक विधायक सुरेश राठौर ने अपने लेटर पैड पर शिकायत कर बताया कि बीते 22 मई की शाम को उनके मोबाइल नंबर पर एक वीडियो रणवीर गौतम निवासी बेलड़ा ने भेजी थी। विधायक ने वीडियो देखी और इस तरह के आरोपों को एक सिरे से नकार दिया।
आरोप है कि रणवीर गौतम ने कहा कि वीडियो को वायरल होने से रोकने के लिए उन्हें सतीश दास निवासी खरकडी नागल सहारनपुर, एसडी गौतम निवासी भाटबेड़ी नागल सहारनपुर और महिला नेता सुरेखा और उसके पति बिजेंद्र निवासीगण बेगमपुर बहादराबाद से बात कर लें। विधायक ने मामले की शिकायत पुलिस में की। सीआईयू और ज्वालापुर की टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। आरोपियों ने डेढ़ करोड़ रुपये की डिमांड की थी। लेकिन मंगलवार शाम तक आरोपी 30 लाख तक पहुंच गए थे। 30 लाख रुपये देने की बात पर सहमति बनने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में कथित पत्रकार भी बताए जा रहे हैं। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने बताया कि महिला समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उधर विधायक सुरेश राठौर ने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज बुधवार को वह अपना बयान जारी करेंगे।
महिला नेता निंलबित
हरिद्वार। विधायक के साथ साजिश करने और ब्लैकमेल के मामले में गिरफ्तार होने के बाद मंगलवार की रात आरोपी महिला नेता सुरेखा को निलंबित कर दिया है। महिला नेता बहादराबाद मंडल में मंत्री है। इसकी पुष्टि बहादराबाद मंडल अध्यक्ष चंदन सिंह चौहान ने की है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने ऐसे बिछाया था जाल ?
ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर के राजनीतिक और सामाजिक करियर पर भट्टा लगाने की साजिश करने वाले पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 96 घंटों तक चले इस हाईप्रोफाइल मामले को पूरी तरह हरिद्वार पुलिस ने गोपनीय रखा। आरोपियों को भनक न हो इसके लिए पुलिस ने 22 मई को नहीं बल्कि मंगलवार को ही मुकदमा दर्ज किया और रात में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की कई टीमों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया था। देर शाम आरोपी पुलिस के जाल में फंस गए। पुलिस सूत्रों की मानें तो विधायक के खिलाफ कथित पत्रकारों ने एक वीडियो बनाकर विधायक को भेजी थी। जिसमें एक महिला विधायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए शोषण की बातें कही गई थी। कुछ ही सेकेंडों की वीडियो देख विधायक हक्के बक्के रह गए थे। विधायक और देहरादून के कुछ बड़े नेताओं ने सीधा डीजीपी से बात की और हरिद्वार पुलिस को देहरादून से मिले निर्देशों के अनुसार पुलिस ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया।
22 मई की शाम को पुलिस को शिकायत मिल गई थी। उसके बाद लगातार पुलिसकर्मी ने आरोपियों से संपर्क बनाया हुआ था। आरोपियों को शक न इसके लिए मांडवाली भी की गई थी। डेढ़ करोड़ रुपये की डिमांड करने वाले आरोपियों को पुलिस 30 लाख तक लेकर आ गई थी। रुपये देने के लिए पुलिस ने आरोपियों को बेलडा रुड़की के पास बुलाया। जिसके बाद आरोपियों रणवीर गौतम निवासी बेलड़ा, सतीश दास निवासी खरकडी नागल सहारनपुर, एसडी गौतम निवासी भाटबेडी नागल सहारनपुर और महिला नेता सुरेखा और उसके पति बिजेंद्र निवासीगण बेगमपुर बहादराबाद को गिरफ्तार कर लिया। 96 तक चली पुलिस की मशक्कत के बाद आरोपी पुलिस के जाल में फंस ही गए। गिरफ्तारी होने के बाद एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह समेत अन्य पुलिसअधिकारियों ने आरोपियों से पूछताछ की। एसडी गौतम और रणवीर गौतम ने अपने आप को विधायक को पत्रकार बताया था। इन दोनों आरोपियों ने महिला की बाइट विधायक को भेजी थी।
शातिर आरोपी पुलिस को दे गए थे चकमा
पुलिस ने जहां आरोपियों को मंगलवार को बुलाया था। वहां आरोपी नहीं आए पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों की मोबाइल लोकेशन निकाली तो आरोपी पास में ही दिख गए। पुलिस को देख आरोपी भागने लगे। पीछा कर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
विधायक का खास बनकर की पुलिसकर्मी ने बात
आरोपियों से बातचीत के लिए एक पुलिसकर्मी को विधायक का खास परिचित बनाया गया था। इसी पुलिसकर्मी ने पूरी बातचीत आरोपियों से की। और आरोपियों को फंसा लिया।
रविदासाचार्य भी है विधायक
विधायक सुरेश राठौर रविदासाचार्य भी है। हाल ही में विधायक सुरेश राठौर को निरंजनी अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाया जा रहा था। लेकिन अंतिम समय पर अखाड़े ने ऐसा नहीं किया था।
अश्वासन पूरा नहीं होने से खफा थी महिला नेता
बताया जा रहा है कि पिछले एक साल पहले महिला नेता सुरेखा ने विधायक सुरेश राठौर से अपने घर को ठीक करवाने के लिए मदद मांगी थी। उस वक्त विधायक ने आश्वासन दिया था। लेकिन अपना आश्वासन विधायक ने पूरा नहीं किया। जिस बात से महिला खफा थी और यह पूरा चक्रव्यू रचा गया।
बराबर बांटने थे रुपये
विधायक से 30 लाख रुपये मिलने के रुपये के 4 हिस्से होने थे। सभी आरोपी बराबर रुपयों को बांटने वाले थे। महिला नेता सुरेखा और उसके पति बिजेंद्र का एक ही हिस्सा था।
मोबाइल फोन जब्त
पुलिस ने सभी आरोपियों को मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। पुलिस को एक ऑडियो में विधायक राठौर की ओर से दी गई है।
यह रहे पुलिस टीम में शामिल
पुलिस टीम में इंस्पेक्टर प्रवीण सिंह कोश्यारी, चंद्र चंद्राकर नैथारी, दीपक कठैत, खेमेंद्र गंगवार,पूजा पांडे, देवेंद्र चौधरी, सतेंद्र यादव निर्मल, मनमोह समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।
यह सामान किया बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 मोबाइल फोन 2 आइडी कार्ड न्यूज रिपोर्टर, एटीएम कार्ड और आधार कार्ड बरामद किया है।
ब्लैकमेल कर विधायक से प्लाट भी मांग रहे थे आरोपी
हरिद्वार। ज्वालापुर विधायक और रविदासाचार्य सुरेश राठौर को ब्लैकमेलिंग के मामले में गिरफ्तार हुई महिला भाजपा नेता और अन्य आरोपियों ने पहले प्लाट की डिमांग की थी। आरोपी बहादराबाद क्षेत्र में प्लाट मांग रहे थे। प्लाट देने से इनकार करने के बाद ही रुपयों की बातचीत शुरू हुई थी। आरोपियों ने पुलिस को बुताया कि एक विधायक के करीबी ने ही फोन कर मामला निपटाने के लिए दबाव बनाया था। ज्वालापुर पुलिस ने विधायक सुरेश राठौर को एक कथित वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल करने के आरोप में महिला नेता सुरेखा और उसके पत्नी विजेंद्र निवासीगण बेगमपुर बहादराबाद, रणवीर गौतम पुत्र निवासी ग्राम बेलड़ा कोतवाली रुड़की, सतीश दास पुत्र निवासी ग्राम खरकड़, नांगल, सहारनपुर, एचडी गौतम पुत्र निवासी भाटखेड़ी, नांगल, सहारनपुर को गिरफ्तार किया था।
सभी आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को जेल भेज दिया गया था। आरोपी पिछले 22 मई से लगातार विधायक को ब्लैकमेल कर रहे थे। सतीश दास और एचडी गौतम ने महिला की वीडियो बनाई थी। जिसमें महिला नेता विधायक पर गंभीर आरोप लगा रही थी। महिला करीब दो साल तक विधायक की करीबी भी रही है। आरोपियों ने डेढ़ करोड़ रुपये से डील शुरू की थी, लेकिन अंत में 30 लाख रुपये में बात फाइनल हो गई थी। बुधवार को खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने पहले प्लाट की मांग की थी। यह प्लाट विधायक की ओर से सभी आरोपियों को दिलाया जाना था। लेकिन जब प्लाट की बात पर सहमति नहीं बनी तो रुपयों की मांग शुरू हो गई। आरोपी बहादराबाद क्षेत्र में ही प्लाट चाह रहे थे।
7.50 लाख मिलने थे
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि एक आरोपी को 7.50 लाख रुपये मिलने थे। पहले दिन 15 लाख मिलने थे और अगले सप्ताह में भी 15 लाख मिलते थे। जिसके बाद रकम के चार हिस्से होकर आरोपियों में बटने थे।