रेलवे के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे ने राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस, और गतिमान समेत कई अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों में कैटरिंग की सर्विस शुरू करने के आदेश जारी कर दिए है। आदेश जारी होते ही आईआरसीटीसी के स्थानीय अधिकारी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।
मार्च 2020 से रेलवे ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर खानपान व्यवसाय और अन्य सेवाओं, जैसे कि बेडरोल, कंबल प्रदान करना आदि को बंद कर दिया था। वहीं खानपान सेवाओं के ठप होने से लाखों लोगों का रोजगार भी प्रभावित हुआ है। कोरोना काल के बाद स्थिति को देखते हुए रेलवे बोर्ड द्वारा जारी आदेश के बाद अब जोनल रेलवे सेवाओं और रेट लिस्ट के आधार पर वसूल किए जाने वाले खानपान शुल्क का सत्यापन करेगा। इसके साथ ही कैटरिंग सेवा से जुड़े दाम की लिस्ट को पीआरएस सॉफ्टवेयर पर अपलोड करेगा। आदेश के अनुसार, आईआरसीटीसी संबंधित जोनल रेलवे को तारीख के बारे में सूचित करेगा, जब से एआरपी के अंतर्गत आने वाली यात्रा के लिए ट्रेन में पके हुए भोजन के साथ ऑनबोर्ड खानपान सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी। आईआरसीटीसी को उन ई-टिकट यात्रियों को एसएमएस और ई-मेल के माध्यम से सूचित करने की सलाह दी गई है, जिन्होंने पहले से ही टिकट बुक कर ली है।
पहले से बुक किए गए टिकटों के लिए आईआरसीटीसी अपनी वेबसाइट पर खानपान सेवाओं का विकल्प चुनने और अग्रिम देय शुल्क का भुगतान करने की सुविधा प्रदान करेगा। यह सुविधा ई-टिकट के साथ-साथ काउंटर टिकट यात्रियों के लिए भी उपलब्ध होगी। वहीं जिन यात्रियों ने पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग कर ली है और कैटरिंग का विकल्प नहीं चुना है, उनको ट्रेन में डिमांड पर पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। ऑनबोर्ड टिकट चेकिंग स्टाफ अनुमोदित दर सूची के अनुसार देय खानपान शुल्क लेगा।
ट्रेनों में कैटरिंग की सुविधा को फिर से चालू करने का आदेश रेलवे बोर्ड की और से जारी किया गया है। बुकिंग के आधार पर कैटरिंग की व्यवस्था की जाएगी।
– अमित राणा, आफिसर हरिद्वार आईआरसीटीसी