दबाव में आकर पुलिस ने किया वसीम रिजवी को गिरफ्तार, आज जमानत पर सुनवाई

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भड़काऊ भाषण मामले में शिया वक्फ बोर्ड यूपी के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस-प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा था। हालांकि, भड़काऊ भाषण सात साल से कम सजा के अंदर आता है। ऐसे में वसीम रिजवी की गिरफ्तारी असंभव लग रही थी। लेकिन दो बार भड़काऊ भाषण होने के चलते पुलिस ने गुरुवार को वसीम रिजवी को गिरफ्तार किया। शुक्रवार को मुख्य अदालत में जमानत पर दोबारा सुनवाई होगी।

भड़काऊ भाषण देने पर सात साल से कम की सजा का प्रावधान
हरिद्वार प्रेस क्लब में 12 नवंबर को पुस्तक के विमोचन व उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक हुई धर्मसंसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने वसीम रिजवी को नोटिस तामील कराए थे। भड़काऊ भाषण देने पर सात साल से कम की सजा का प्रावधान है।

ऐसे में वसीम रिजवी की गिरफ्तारी संभव नहीं थी। लेकिन वह बार-बार अपराध को दोहरा रहे थे। जिसके चलते पुलिस पर लगातार दबाव बन रहा था। दबाव के चलते पुलिस को वसीम रिजवी की गिरफ्तारी करनी पड़ी। दूसरी तरफ महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद का कहन था कि वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी गिरफ्तारी देने ही आ रहे थे। जबकि पुलिस का दावा है कि वह हरिद्वार से जा रहे थे और नारसन बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया। 

इस बीच गुरुवार शाम हरिद्वार पुलिस ने वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को नारसन सीमा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उन्हें शहर कोतवाली हरिद्वार ले आई। यहां एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ सिटी शेखर सुयाल ने बंद कमरे में वसीम रिजवी से घंटों तक पूछताछ की। इसके बाद वसीम रिजवी को मेडिकल के लिए भेजा गया। उनके साथ जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद भी मौजूद थे। भड़काऊ भाषण के मुकदमे में वह भी नामजद हैं, लेकिन पुलिस ने सिर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की है। डीआईजी करण सिंह नगन्याल का कहना है कि रिजवी बार-बार अपना भाषण दोहरा रहे हैं, जबकि नरसिंहानंद ऐसा नहीं कर रहे। इसलिए, उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। वहीं, वसीम रिजवी के अधिवक्ता उत्तम सिंह चौहान का कहना है कि आज मुख्य अदालत में जमानत पर दोबारा सुनवाई होगी।

धरने पर बैठे यति नरसिंहानंद 

वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में रात होते-होते महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद हरिद्वार के सर्वानंद घाट पर कुछ संतों के साथ धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि जब तक रिजवी को छोड़ा नहीं जाता, वह धरने पर बैठे रहेंगे। शुक्रवार को भी वह धरने पर बैठे रहे।

वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में कुल तीन मुकदमे दर्ज हैं। वसीम रिजवी लगातार अभद्र भाषणों का प्रयोग कर रहे थे। जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया।
 – डॉ. योगेंद्र सिंह रावत, एसएसपी हरिद्वार

सात साल से कम सजा के मामले में 41 का नोटिस दिया जाता है। पुलिस ने न्यायालय को गिरफ्तारी के कुछ रीजन बताए हैं। जिसके चलते वसीम रिजवी की गिरफ्तारी हुई है। 
– उत्तम सिंह चौहान, अधिवक्ता, जिला न्यायालय

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