हरिद्वार। गंगा रक्षा के लिए अनशन करते समय तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती मातृ सदन की साध्वी पद्मावती की हालत में अभी भी कोई सुधार नहीं हुआ है। दो दिन बाद भी अभी तक वे बेहोश ही हैं।
हालांकि उनकी एमआरआई और सिटी स्कैन रिपोर्ट सामान्य हैं, लेकिन डॉक्टर भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उन्हें होश क्यों नहीं आ रहा है। उन्हें अभी आईसीयू में ही रखा गया है।
बता दें कि 15 दिसंबर से अनशन कर रही साध्वी पद्मावती की तबीयत सोमवार को काफी बिगड़ गई थी। उन्हें कनखल स्थित रामकृष्ण मिशन अस्पताल में भर्ती कराने के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं दूसरी ओर मातृ सदन में ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद का आमरण अनशन 20वें दिन भी जारी है।
साध्वी की जांच करने वाले डॉक्टर की बर्खास्तगी की मांग
साध्वी पद्मावती की दून अस्पताल में जांच करने वाले डॉक्टर को उत्तराखंड महिला मंच ने बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने साध्वी के मामले में मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था।
महिला मंच की प्रदेश संयोजक कमला पंत ने कहा कि गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए अनशन पर बैठी साध्वी को पुलिस ने जबरन उठाया। यहां दून अस्पताल में डॉक्टर ने उनके बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं।
यह सब घटनाक्रम बेहद शर्मनाक है। ऐसे में इन सभी लोगों पर कार्रवाई की जाए। इस दौरान जिला संयोजक निर्मला बिष्ट, शांति सेमवाल, कमलेश्वरी बडोला, पद्मा गुप्ता, कली नेगी, मातेश्वरी पंवार, सुशीला नेगी, सुमित्रा वेदवाल, हेमलता नेगी, विमला पंवार, सरला रावत, सरोजनी चमोली, सुमित्रा राणा कोटि आदि मौजूद रहीं।
सभी की नजर एम्स पर
साध्वी पद्मावती का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद देहरादून से लेकर दिल्ली तक सभी की नजर एम्स में भर्ती साध्वी पद्मावती की ओर लगी हुई है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में भी साध्वी के स्वास्थ्य की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
मंगलवार को दिनभर सरकारी अमला, मातृ सदन दिल्ली की गतिविधियों का अपडेट लेता रहा। डीएम सी रविशंकर ने बताया कि प्रशासन मातृ सदन के संतों को हरसंभव सहयोग देने को तत्पर है। साध्वी का जीवन सुरक्षित रखने के लिए प्रशासन अपनी ओर से हरसंभव प्रयास करेगा। नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने भी एम्स प्रशासन को साध्वी के उपयुक्त स्वास्थ्य को लेकर पत्र लिखा है।