विभिन्न मांगों को लेकर सहायक गन्ना आयुक्त के दफ्तर के बाहर खुले आसमान के नीचे धरने में शामिल दो बुजुर्ग किसानों की मंगलवार को तबीयत बिगड़ी गई। ठंड लगने से बीमार हुए किसानों को पुलिस की ओर से एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट की ओर से सोमवार से सहायक गन्ना आयुक्त ज्वालापुर के कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया था। यूनियन के जिलाध्यक्ष का कहना है कि गन्ना सचिव विजय यादव और गन्ना आयुक्त हंसादत्त पांडेय की ओर से एक जिले में मिलों के लिए अलग-अलग कानून बनाए जा रहे हैं। जिसमें लिब्बरहेड़ी शुगर मिल को इकबालपुर और लक्सर मिल के क्षेत्र में भी तौल केंद्र लगाने की अनुमति दी गई है।
जिससे मिल की ओर से इकबालपुर मिल के गेट के बाहर ही अपना तौल केंद्र स्थापित कर दिया है, लेकिन इकबालपुर और लक्सर शुगर मिल को लिब्बरहेड़ी शुगर मिल के क्षेत्र में उनके तौल केंद्र लगाने पर रोक लगा है। कहा है कि किसानों के प्रस्ताव पर उनकी पंसद का तौल किसी भी मिल के क्षेत्र में खोलने को स्वीकृत किया जाए। मांग को लेकर सोमवार की रात में मंगलौर क्षेत्र के उल्हेड़ा के 72 वर्षीय किसान शंकर और तीथकी कवादपुर के 82 वर्षीय कंवरपाल की रात में ठंड लगने से तबीयत खराब हो गई। उन्हें तेज बुखार हो गया।
मंगलवार दोपहर पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर दोनों किसानों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उधर, किसानों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, तब तक धरना जारी रहेगा। इस मौके पर भाकियू के गढ़वाल के प्रदेश महासचिव रवि कुमार, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, विपुल कुमार, सक्रमपााल, इंद्रजीत, सरदार सुब्बा सिंह ढिल्लो, सरदार बलबीर सिंह, चमनलाल शर्मा, कुलदीप सैनी, मोहम्मद नईम, फुरकान, जनक सिंह, राजीव कुमार आदि मौजूद रहे।