रुड़की। एक व्यक्ति ने पहले पत्नी को धोखे से तलाक दिया। इसके बाद झूठा शपथ पत्र देकर कोर्ट में दावा किया कि उसने भरण-पोषण के लिए तीन लाख रुपये दिए हैं। मामले में पत्नी ने पति पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
भगवानपुर थाना क्षेत्र की छांगामाजरी गांव निवासी सुरेखा सैनी की शादी बहादराबाद निवासी तेजपाल से 17 अप्रैल 2004 में हुई थी। आरोप है कि शादी के कुछ साल बाद ही उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। वर्ष 2011 में पति ने उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद मामला हेल्पलाइन में चला और सुलह हो गई। आरोप है कि पति ने नौकरी का झांसा देकर तलाक के कागजातों पर धोखे से हस्ताक्षर करा लिए और तलाक ले लिया। यहीं नहीं पति ने 17 फरवरी 2016 को दूसरी शादी भी कर ली। पत्नी को जब तलाक का पता चला तो उसने तलाक पर कोर्ट से स्टे ले लिया। पति ने भरण-पोषण की तीन लाख रुपये की रकम देने का दावा करते हुए कोर्ट मे एक झूठा शपथ पत्र भी दे दिया। पत्नी को जब इस बात का पता चला तो उसने सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस को मामले की तहरीर दी। सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि मामले में सुरेखा सैनी की तहरीर पर पुलिस ने पति तेजपाल पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।