गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ने से 12 कांवड़ यात्री नदी में फंस गए। पहाड़ों में बरिश के चलते पिछले दो दिन से गंगा में बहुत कम जल छोड़ा जा रहा था। कांवड़ यात्री बड़ी धारा के बीच में घुसकर उछल कूद मचा रहे थे।
इसी बीच शुक्रवार की सुबह बैराज से अचानक पानी छोड़ा गया और बड़ी धारा में करीब 12 यात्री फंस गए। एसडीआएफ और बीईजी सेंटर रुड़की आर्मी के जवानों ने तत्काल कांवड़ियों का रेस्क्यू करना शुरू किए। सभी कांवड़िएं सुरक्षित हैं।
बृहस्पतिवार को कांवड़ मेले का आखिरी दिन था और आज शुक्रवार को शिवालयों में जलाभिषेक किया जाएगा। आखिरी दिन पूरी रात डाक कांवड़ यात्री हरिद्वार से जलभर बाइकों और बड़े वाहनों से दौड़ते रहे। इस बार मेले में चार करोड़ चार लाख 40 हजार कांवड़ यात्री पहुंचे हैं।
प्रशासन ने बृहस्पतिवार की शाम छह बजे तक का ये आंकड़ा जारी किया है। पिछले साल चार करोड़ सात लाख कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे थे। 22 जुलाई से कांवड़ मेले का आगाज हुआ था। आज शुक्रवार को जलाभिषेक होगा।