अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि के आश्रम को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) ने बुधवार को दोबारा से सील कर दिया। गुरु और शिष्य के विवाद के बाद एचआरडीए ने 13 मई को अवैध निर्माण के आरोप में आश्रम के भवन को सील किया था।
गुरु-शिष्य के बीच सुलह होने पर एचआरडीए ने चुप्पी साध ली और इसका फायदा उठाकर संत आनंद गिरि ने न केवल आश्रम का निर्माण शुरू करवा दिया था, बल्कि वहां रहने लगा।
संत आनंद गिरि का श्यामपुर कांगड़ी में गंगा किनारे आलीशान आश्रम बन रहा है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद यूपी पुलिस ने आनंद गिरि को उसके निर्माणाधीन तीन मंजिला आश्रम से ही गिरफ्तार किया था। आश्रम भवन का निर्माण अवैध तरीके से किया जा रहा है। एचआरडीए ने 13 मई को आश्रम को सील कर दिया था। लेकिन आनंद गिरी पिछले काफी समय से सील तोड़कर आश्रम में अपने सहयोगियों के साथ रह रहा था। इतना ही नहीं दोबारा से निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया था।
जिलाधिकारी एवं प्राधिकरण उपाध्यक्ष विनय शंकर पांडेय ने प्राधिकरण के अवर अभियंता का जवाब तलब करते हुए बुधवार को तत्काल आश्रम को सील करने के निर्देश दिए। अधिशासी अभियंता माधवानंद जोशी, जूनियर इंजीनियर त्रिपन सिंह पंवार पुलिस टीम के साथ आश्रम पहुंचे और सील कर दिया। सील तोड़ने के आरोप में आनंद गिरि को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने कहा कि इस मामले में उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।