हरिद्वार। योग गुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘हम रोग को जड़ से समाप्त करने की बात करते हैं, जबकि वे रोग को नियंत्रित करने की बात कहते हैं।’ उन्होंने कहा कि जब रोग पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा तो दवा की बिक्री पर असर पड़ेगा और मेडिकल माफिया यह नहीं चाहता। सब मिल कर एक अकेले रामदेव के खिलाफ खड़े हो गए और एक हजार करोड़ का मानहानि का दावा कर दिया।
रविवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पतंजलि पर आयुर्वेद के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बेवजह विवाद खड़ा करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। कहा कि ‘मुझे लाला रामदेव कहा जा रहा है’। आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि यह सही है कि पतंजलि आयुर्वेदिक दवा का निर्माण और बिक्री करता है, लेकिन हम इलाज के घरेलू उपाय भी बताते हैं। किसी पर दवा खरीदने के लिए कोई दबाव नहीं है। योग गुरु ने दोहराया कि उन्होंने एलोपैथिक चिकित्सकों के सम्मान को लेकर कभी बयान नहीं दिया। चिकित्सकों की सेवा भावना सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सेवा कार्य के दौरान जिन चिकित्सकों ने जान गंवाई, हम उन्हें शहीद का दर्जा देते हैं।
हम मजहब नहीं, जीवनशैली बदलने की बात करते हैं
बाबा रामदेव ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जेए जयालाल पर ईसाइयत को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। कहा कि हम मजहब नहीं, जीवन शैली बदलते हैं। एलोपैथिक चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक संस्था के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह का कार्य निंदनीय है। उन्होंने दोहराया कि वह आइएमए के हर सवाल का जवाब देने को तैयार हैं, पर पहले वह उनके 25 सवालों का उत्तर दें।