हरिद्वार। योग गुरु बाबा रामदेव ने एलान किया है कि वो अब इस विवाद को समाप्त करना चाहते हैं। उनका कहना है कि हमारा अभियान एलोपैथी या एलोपैथिक चिकित्सकों के नहीं, बल्कि ड्रग माफिया के खिलाफ है, जो दो रुपये की दवा को 2000 तक बेचते हैं।
बाबा रामदेव ने सोमवार रात एक बयान जारी कर कहा कि वह आयुर्वेद बनाम एलोपैथी विवाद को खत्म करना चाहते हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा कि ड्रग माफिया के खिलाफ उनका यह अभियान जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि आयुर्वेद को स्यूडो-साइंस और अल्टरनेटिव थैरेपी कहकर या किसी भी तरह से इसके प्रति घृणा रखने और इसे नीचा दिखाने, अपमानित करने की किसी भी कोशिश को सहन नहीं किया जाएगा। कोशिश को हम सहन नहीं करेंगे।
पहले सभी जरूरतमंदों को लगे वैक्सीन
योगगुरु बाबा रामदेव का कहना है कि वह कोरोना वैक्सीनेशन के विरोधी नहीं हैं और खुद भी वैक्सीन लगाएंगे। पर, उन्होंने अपना नाम सबसे आखिरी लिस्ट के लिए बचा रखा है, क्योंकि वह चाहते हैं कि पहले जो भी जरूरतमंद लोग हैं, उनको वैक्सीन लगे। उनका कहना है कि उनकी इम्यूनिटी पावर काफी बेहतर है और उनकी बायलॉजिकल उम्र अभी सिर्फ 25 वर्ष की है। ऐसे में उनसे ज्यादा अन्य लोगों को इसकी जरूरत है। बाबा रामदेव ने कहा कि उनका प्रयास है कि उनसे पहले पतंजलि योगपीठ के सभी कर्म योगी और सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को वैक्सीन लग जाए उनके समय के अनुसार।