मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कांवड़ मेले की व्यवस्थाएं देखने आज बुधवार को हरिद्वार पहुंचे। डामकोठी के निकट ओमसेतु गंगा घाट पर सुबह वह कांवड़ियों के स्वागत कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कांवड़ियों के पैर धोकर और उन्हें मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया।
इससे पूर्व जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने डामकोठी के निकट गंगा घाट पर प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि कांवड़ मेला हमेशा से दो चरणों में होता है। पहले चरण में यात्रा थोड़ी धीमी रहती है। पंचक समाप्त होने के बाद अब डाक कांवड़ शुरू हो जाएगी, जिसमें ज्यादा संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पेयजल, मेडिकल की सुविधा, कांवड़ पटरी पर पथ प्रकाश की व्यवस्था, कांवड़ मार्ग दुरुस्त करने और शौचालयों की समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं। वहीं कनखल स्थित बैरागी कैंप में कांवड़ियों का आना शुरू हो गया है। शिवभक्तों के लिए बैरागी में खानपान से लेकर कई तरह की दुकानें सज गई हैं। वहीं कनखल स्थित बैरागी कैंप में कांवड़ियों का आना शुरू हो गया है। शिवभक्तों के लिए बैरागी में खानपान से लेकर कई तरह की दुकानें सज गई हैं। वहीं कनखल स्थित बैरागी कैंप में कांवड़ियों का आना शुरू हो गया है। शिवभक्तों के लिए बैरागी में खानपान से लेकर कई तरह की दुकानें सज गई हैं।
अब पांच दिन बैरागी कैंप डाक कांवड़ियों से गुलजार रहेगा। रोड़ीबेलवाला, पंतदीप और चमगादड़ टापू में लगने वाले बाजारों में अब शिवभक्तों की संख्या कम दिखेगी।
बैरागी क्षेत्र में ही अत्यधिक कांवड़िए नजर आएंगे। यहीं डाक कांवड़ियों के वाहनों को रोका जाएगा। इसके बाद डाक कांवड़िए पैदल-पैदल हरकी पैड़ी तक गंगाजल भरने जाएंगे और फिर रवाना होंगे।
मंगलवार को जगजीतपुर पुलिस चौकी से आगे बने रास्ते से मातृसदन की तरफ से डाक कांवड़ियों के वाहनों को अंदर भेजा रहा था। दोपहर तक कुछ ही संख्या में वाहन पहुंचे लेकिन बुधवार की सुबह से इनकी संख्या में अधिक इजाफा होना शुरू हो जाएगा।