हरिद्वार। आज मोहर्रम है। हरिद्वार की उपनगरी ज्वालापुर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ताजिए को सजाया गया है। केंद्र और राज्य सरकार के कोविड मानकों के चलते ताजिए सार्वजनिक स्थलों पर अकीदतमंदों के दर्शनों के लिए नहीं रखे जाएंगे।
गुलामाने मुस्तफा सोसायटी के अध्यक्ष सागर अंसारी के संयोजन में उनकी टीम ने एक माह में ताजिए को तैयार किया है। बताया कि कोरोनाकाल के चलते प्रशासन की ओर से जारी नियमों के तहत ही ताजिए को नियत स्थान पर रखा जाएगा। किसी भी प्रकार का कोई उल्लंघन नहीं किया जाएगा।
एक महीने में तीन कुंतल वजन के ताजिए को तैयार किया गया है। जिसमें ताजिए को भव्य रूप प्रदान करने के लिए डिको पेंट, घूमने के लिए मोटर, लकड़ी एवं बिजली की रंग बिरंगी लाइटों से सजावट की गई है।
खलीफा हाजी शहाबुद्दीन अंसारी ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने इंसानियत की खातिर जान गंवायी। उन्होंने सच्चाई पर चलकर इस्लाम का संदेश दिया। उनकी शहादत को हमेशा ही याद किया जाएगा। प्रशासन द्वारा इस वर्ष ताजियों को सार्वजनिक स्थानों पर निकालने की अनुमति नहीं दी है।
पुलिसकर्मियों की लगाई ड्यूटी
मोहर्रम पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि घरों में ही ताजिए रखे जाएंगे। कोरोना गाइड लाइन के नियमों का पालन भी करेंगे। इसके लिए सभी से अपील की जा रही है।