हरिद्वार। गाजियाबाद डासना मंदिर के परमाध्यक्ष और जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने धर्म संसद की आलोचना करने वाले संत महात्माओं को शास्त्रार्थ की खुली चुनौती दी है। सोमवार को उन्होंने सर्वानंद घाट पर सहयोगी स्वामी अमृतानंद के साथ गंगाजल लेकर धर्म संसद की आलोचना करने वाले संत महात्माओं को शास्त्रार्थ की चुनौती देते हुए कहा कि यदि वह शास्त्रार्थ में पराजित हुए तो दोनों जीवित जल समाधि ले लेंगे। उन्होंने कहा कि शास्त्रार्थ में धर्म संसद की आलोचना करने वाले संत महात्मा को साबित करना होगा कि धर्म संसद में धार्मिक चर्चा नहीं हुई थी।