रूड़की। उत्तराखंड में रुड़की नगर निगम की ओर से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में आज सुबह पुलिस दो कर्मचारियों को गिरफ्तार करने पहुंची। इस दौरान कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया और कार्यालय में हड़ताल शुरू कर दी।
इस बीच कर्मचारियों की पुलिस से नोकझोक भी हुई। इस मामले में पहले भी पुलिस दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके चलते कर्मचारियों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सुबह कर्मचारियों की गिरफ्तारी के खिलाफ पूर्व मेयर यशपाल राणा समेत बड़ी संख्या में लोग सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचे। यहां इन लोगों ने विरोध जताते हुए नारेबाजी की। मामला बढ़ने पर पुलिस ने सख्ती बरती तो कर्मचारियों की पुलिस से ही झड़प हो गई। वहीं, पुलिस जांच के लिए कर्मचारियों से बात करने नगर निगम भी गई।
ये था पूरा मामला
रुड़की में हाल ही में फर्जी दस्तावेज बनाकर मकान अपने नाम करवाने का मामला सामने आया था। मंगलवार को आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
रुड़की के कानूनगोयान निवासी पंकज सिंघल के पुश्तैनी मकान में एक किराएदार रहता था। किराएदार ने फर्जी दस्तावेज बनाकर नगर निगम के अभिलेखों में अपना नाम चढ़वाकर मकान अपने नाम करवा लिया था। इस पूरे मामले में नगर निगम के क्लर्क की भी संलिप्ता सामने आई थी।
इस पूरे मामले की शिकायत पीड़ित ने नगर निगम और पुलिस अधिकारियों से की थी। जांच के बाद मामले में क्लर्क शिव कुमार को निलंबित कर दिया गया था। वहीं तहरीर पर सिविल लाइंस कोतवाली में क्लर्क शिव कुमार और किराएदार सुरेश कुमार गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।
इस मामले में पुलिस ने कुछ दिन पूर्व क्लर्क शिव कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि सुरेश कुमार गुप्ता फरार चल रहा था। मामले के जांच अधिकारी बारु सिंह चैहान ने बताया कि मंगलवार को आशीष कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।