रुड़की। वन आरक्षी परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह की धरपकड़ जारी है। एसओजी रुड़की ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से एक आरोपित ने परीक्षा में नकल कराने की बात स्वीकारी है। पुलिस सूत्रों से यह बात सामने आई है। इनसे की गई पूछताछ के आधार पर अब अन्य जगहों पर भी एसओजी दबिश दे रही है। पुलिस इस मामले में एक सहायक कृषि अधिकारी व राज्य लोक सेवा आयोग के समीक्षा अधिकारी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
शुक्रवार को एसओजी रुड़की की टीम ने लोकेशन के आधार पर नकल गिरोह से जुड़े कुछ लोगों की धरपकड़ की। एसओजी रुड़की की टीम ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इन पर वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में नकल कराए जाने का शक था। एसओजी की टीम ने इनसे घंटों तक पूछताछ की। सूत्रों ने बताया इनमें से एक आरोपित ने नकल कराने की बात स्वीकार की है। आरोपित रुड़की क्षेत्र के रहने वाले है। इस बावत रुड़की, देहरादून और पौड़ी संयुक्त एसआइटी को भी जानकारी दी गई है।
गौरतलब है कि प्रदेश में 16 फरवरी को वन आरक्षी भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी। वन आरक्षी परीक्षा में नकल कराए जाने का मामला सामने आया था। इसके बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया था। इस मामले में पौड़ी और रुड़की के मंगलौर में मुकदमे दर्ज हुए थे।
इस मामले में पुलिस ने नारसन स्थित ओजस कोचिंग सेंटर संचालक मुकेश सैनी निवासी हरचंदपुर को गिरफ्तार किया था, जबकि मामले से जुड़े सात आरोपितों की पुलिस तलाश कर रही है। इसके बाद भी पौड़ी पुलिस ने एक अन्य आरोपित को रुड़की से गिरफ्तार किया था।