हिंदुस्तान यूनीलीवर कंपनी के सवा करोड़ कीमत के सामान के लूट कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। लूट कांड को दिल्ली के सेठी गैंग ने अंजाम दिया था। पुलिस ने मामले में सरगना सहित एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है।
बीती 22 अक्तूबर को सिडकुल की हिंदुस्तान यूनीलीवर से करीब सवा करोड़ का माल लेकर हसनगढ़ हरियाणा के लिए रवाना हुए ट्रक को पतंजलि योगपीठ के समीप हथियारबंद कार सवार बदमाशों ने लूट लिया था। आरोपी चालक के हाथ बांधकर ट्रक में छोड़कर फरार हो गए थे। सवा करोड़ की लूट की वारदात से पुलिस सकते में आ गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी-एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने चार पुलिस टीम गठित की थी। गुरुवार को जिला पुलिस मुख्यालय में डीआईजी डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि गांव बिजौली मंगलौर में एक खंडहर के पास से ट्रक से लूटा गया नब्बे फीसदी माल रिकवर किया गया है। माल के साथ दिल्ली के सेठी गैंग के सरगना सुनील उर्फ सागर उर्फ सेठी उर्फ रवि पुत्र मोहनलाल निवासी मादीपुर 528 जेजे कॉलोनी थाना पंजाबी बाग दिल्ली और शैलेश चौधरी पुत्र नगेंद्र सिंह निवासी ग्राम पुट्ठा परतापुर थाना टीपीनगर जिला मेरठ यूपी को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने कबूला कि रणधीर पुत्र डालचंद निवासी ग्राम पुट्ठा परतापुर थाना टीपी नगर जिला मेरठ, सोनू पुत्र मूलचंद निवासी श्याटा अमृतसर पंजाब एवं देवेंद्र के साथ मिलकर उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था। बताया कि पुलिस को चकमा देने के लिए वाया रुड़की होते हुए मंगलौर हाईवे पहुंचकर ट्रक को खड़ा कर दिया था। डीआईजी ने बताया कि गैंग सरगना सुनील सेठी गुरुवार को छिपाए गए माल को ले जाने के लिए आया था। बताया कि फरार चल रहे अन्य आरोपियों की धरपकड़ में पुलिस टीमें जुटी हुई हैं। इस दौरान एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एएसपी रेखा यादव, एसओ बहादराबाद संजीव थपलियाल समेत मौजूद रहे।
सवा करोड़ की लूट के मास्टर माइंड गैंग सरगना सुनील सेठी ने सितंबर में किरतपुर साहिब जिला रोपड पंजाब में भी एक सर्राफा कारोबारी के घर डाका डालकर एक करोड़ के जेवरात लूटे थे। विरोध पर गैंग के सदस्य संतोष ने सर्राफा कारोबारी पर हमला कर घायल कर दिया था। हमला कर उसे घायल कर दिया था। भागते हुए गैंग के एक साथी राजकुमार की छत से नीचे गिरने से मौत हो गई थी। तब से गैंग की तलाश में पंजाब पुलिस भी जुटी हुई थी। गैंग सरगना सुनील सेठी पर दिल्ली एवं वेस्ट यूपी में हत्या, लूट, डकैती, चोरी, शराब तस्करी से जुड़े करीब 56 मुकदमे दर्ज हैं।
काले रंग की कार ने बदली केस की दिशा
सवा करोड़ के माल की लूट की गुत्थी सुलझाने में जुटी हरिद्वार पुलिस की प्रारंभिक जांच की सुई ड्राइवर राजेश के इर्दगिर्द घूमती रही, लेकिन एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने पूरे केस की दिशा बदलकर रख दी। दरअसल, हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही पुलिस की निगाहें ट्रक के आगे चल रही काले रंग की कार पर पड़ी। जिसके बाद पुलिस टीमें मेरठ तक हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का पीछा करते आरोपियों तक पहुंच पाई।
बताया जा रहा है कि घटना के दिन सेठी गैंग सिडकुल में ही मौजूद था। हिंदुस्तान यूनीलीवर चूंकि बड़ी कंपनी है, इसलिए सेठी गैंग ने कंपनी के बाहर ही डेरा डाल लिया था। देर रात जब बड़ा ट्रक कंपनी के गेट से बाहर निकला तो कार सवार गैंग उसके पीछे लग गया। पतंजलि योगपीठ के पास फिल्मी अंदाज में लूट की वारदात को अंजाम दे डाला। इधर पुलिस ड्राइवर को संदेह की नजर से देख रही थी, लेकिन हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में जब ट्रक मंगलौर हाईवे की तरफ बढ़ता हुआ दिखाई दिया तो चौंकाने वाली बात सामने आई। ट्रक के आगे एक काले रंग की कार चल रही थी। यहीं से पुलिस ने काले रंग की कार का पीछा करना शुरू कर दिया। हाईवे पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करते हुए पुलिस मेरठ में कार तक पहुंचने में सफल रही। इस दौरान तीन सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई।