हरिद्वार। गंगा रक्षा को लेकर 51 दिन से अनशन कर रहीं साध्वी पद्मावती की ओर से मातृसदन आश्रम ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव, गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि वह हरिद्वार और देहरादून के चिकित्सकों से स्वास्थ्य की जांच नहीं कराएंगी। उन्होंने मांग की कि मातृसदन के किसी विश्वसनीय चिकित्सक से ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। इसके अलावा उन्होंने एसडीएम कुश्म चैहान के साथ पहुंची चिकित्सकों की टीम को लौटा दिया।
सोमवार देर शाम जिला अस्पताल के डॉ. अनुपम चतुर्वेदी ने साध्वी का स्वास्थ्य प्रशिक्षण किया। मातृसदन के अनुसार अब केवल डॉ. चतुर्वेदी ही साध्वी का स्वास्थ्य प्रशिक्षण करेंगे। मातृसदन आश्रम में मीडिया से बातचीत में आश्रम के संत दयानंद ने पत्र के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 30 जनवरी को अनशन कर रही साध्वी को जिस तरह से उठाकर दून मेडिकल कॉलेज भेजा गया और मेडिकल कॉलेज में जिस प्रकार उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया गया, उससे वह सदमे में हैं। इसलिए मातृसदन को देहरादून और हरिद्वार के चिकित्सकों पर विश्वास नहीं है। वहीं टीम ने साध्वी के साथ अनशन पर बैठे ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण में उनका स्वास्थ्य सामान्य पाया गया।
दून कोतवाली में ई-मेल से भेजी तहरीर
साध्वी पद्मावती ने देहरादून कोतवाली निरीक्षक ई-मेल के माध्यम से तहरीर भेजी है। तहरीर में 30 जनवरी की घटना का हवाला देते हुए उल्लेख है कि उनके साथ दुष्कर्म के प्रयास की साजिश रची गई। इसमें देहरादून की सीएमओ, हरिद्वार की एसडीएम और मुख्यमंत्री पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। तहरीर की प्रतिलिपि देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी को भी भेजी गई है।