सैन्य क्षेत्र का गेट तोड़ने, पथराव करने और वाहनों में तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने किसान नेता, ग्राम प्रधान समेत करीब 250 ग्रामीणों के खिलाफ बलवा समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस वीडियो के जरिए हमलावरों को चिह्नित कर रही है। आरोप है कि इस दौरान ग्रामीणों ने सेना के जवानों के हथियार छीनने की भी कोशिश की। सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित गांव भंगेड़ी में रास्ते के विवाद को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठे थे।पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीणों से वार्ता की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। शनिवार देर रात बड़ी संख्या में ग्रामीण सेना के गेट पर जा पहुंचे। आरोप है कि ग्रामीणों ने गेट तोड़ दिया और सैन्य क्षेत्र में घुस गए। ग्रामीणों ने सेना के जवानों पर पथराव करते हुए वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। आरोप है कि ग्रामीणों ने जवानों से हथियार छीनने की भी कोशिश की। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लाठियां फटकारकर भीड़ को भगाया।पथराव में दस से अधिक जवान भी घायल हुए हैं। कोतवाली प्रभारी राजेश साह ने बताया कि मामले में बंगाल इंजीनियरिंग एंड सेंटर रुड़की के जीएफओ हरेंद्र सिंह रौतेला ने तहरीर दी थी। इसके आधार पर भारतीय किसान यूनियन (रोड़ गुट) के प्रदेश अध्यक्ष पद्म सिंह, जावेद निवासी बेलड़ी, ग्राम प्रधान गफ्फार और वाजिद निवासी रुड़की को नामजद करते हुए 250 अज्ञात के खिलाफ बलवे समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।शनिवार देर रात ग्रामीणों की ओर से किए गए बवाल का सेना के जवानों ने मोबाइल से वीडियो बनाया था। उन्होंने वीडियो पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस वीडियो के आधार पर बवाल करने वालों को चिह्नित कर रही है। वहीं, पुलिस की कार्रवाई से ग्रामीणों में खलबली मची हुई है। कई ग्रामीण घरों से फरार होकर रिश्तेदारी में पहुंच गए हैं।