बदमाशों ने स्कॉर्पियो पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर एटीएम मशीन काटने की घटना को अंजाम दिया। पुलिस जांच में पौड़ी जिले की स्कॉर्पियो का नंबर निकलकर सामने आया है। वहीं, पुलिस ने हल्का दरोगा की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस की दो अलग-अलग टीम बदमाशों की तलाश में मेवात और वेस्ट यूपी पहुंची हैं।
सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित ढंढेरा में रुड़की-लक्सर रोड पर एसबीआई के एटीएम में शनिवार की रात पौने तीन बजे स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने गैस कटर से एटीएम मशीन काटकर 15 से 17 लाख रुपये की नकदी चोरी कर ली थी। पूरा मामला सीसीटीवी में कैद हो गया। बदमाश बोरे में भरकर नोट ले जाते हुए नजर आए थे।
बदमाशाें के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के आधार पर स्कॉर्पियो के नंबर की जांच की। जांच में पता चला कि बदमाशों ने स्कॉर्पियो पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वारदात को अंजाम दिया है। जांच में पता चला कि यह नंबर पौड़ी जिले की स्कॉर्पियो का है। मामले में बैंक के किसी भी अधिकारी की ओर से देर रात तक तहरीर नहीं दी गई।
पुलिस ने हल्का दरोगा की तहरीर पर अज्ञात बदमाशाें के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साथ ही बदमाशों की तलाश को दो टीमें राजस्थान के मेवात और वेस्ट यूपी के जिला मुजफ्फरनगर और शामली में पहुंची हैं। एसपी देहात एसके सिंह ने बताया, बदमाशों की तलाश की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
राजस्थान में आठ दिसंबर को भी हुई थी वारदात
पुलिस ने एटीएम काटने की घटना के चलते आसपास के राज्यों से भी बदमाशों की तलाश को संपर्क साधा है। इस दौरान पुलिस को पता चला कि बदमाशों ने इसी तरह की वारदात आठ दिसंबर की रात राजस्थान के कठपुतली जिले में भी की थी। ऐसे में पुलिस आशंका जता रही कि राजस्थान और हरियाणा के बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है।
बैंक अधिकारियों ने पीछे खींचे हाथ
एटीएम काटकर लाखों की नकदी चोरी में तहरीर देने की बात आई तो बैंक अफसरों ने हाथ पीछे खींच लिए और एटीएम में नकदी डालने वाली एजेंसी पर जिम्मेदारी डाल दी। एजेंसी ने भी तहरीर देने से इन्कार कर दिया। इस पर देर रात हल्का दरोगा की तहरीर पर केस दर्ज हो पाया।
मुजफ्फरनगर में मिली स्कॉर्पियो की आखिरी लोकेशन
पुलिस और सीआईयू टीम ने शनिवार की रात से लेकर रविवार तक रुड़की से लेकर मुजफ्फरनगर तक करीब ढाई सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस दौरान पुलिस को एक सीसीटीवी कैमरे में स्कॉर्पियो की आखिरी लोकेशन मुजफ्फरनगर में मिली। पुलिस अब मुजफ्फरनगर से आगे तक गाड़ी को चिह्नित कर रही है।